लुधियाना में नगर निगम हाउस की पहली ही बैठक में हंगामा, विपक्ष ने लगाया धरना

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आप सरकार में आप को ही प्रोजेक्ट्स पास कराने को ही करनी पड़ेगी मशक्कत

लुधियाना 20 मार्च। लुधियाना नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की और से जोड़तोड़ कर किसी तरह अपना मेयर बनाने में कामयाबी तो हासिल कर ली गई, लेकिन कही न कही अब विपक्ष उन पर भारी पड़ता हुआ नजर आ रहा है। निगम के रिजल्ट आने पर जैसे अंदाजा लगाया जा रहा था कि विपक्ष मजबूत रहेगा, उसकी ताजा उदाहरण वीरवार को देखने को मिली। कांग्रेसी नेताओं द्वारा निगम हाउस की पहली ही मीटिंग में अपनी जोरदारी से उपस्थिति दर्ज करा दी। निगम चुनाव के बाद वीरवार को लुधियाना निगम हाउस की पहली बैठक जोन-ए दफ्तर में हुई। इस दौरान मेयर प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर की और से अपना 11 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया। इस दौरान प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के कौंसलरों ने बजट पर अंसतोष जताते हुए इसे गलत बताया। उनका आरोप था कि इस बजट के जरिए बड़ा घोटाला किया जा रहा है। लेकिन देखते ही देखते कांग्रेस और आप के पार्षदों के बीच बहसबाजी शुरु हो गई। जिसके बाद विपक्ष ने सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। इस दौरान आप नेताओं द्वारा खुद ही बजट पास होने का नारा लगाकर मीटिंग खत्म कर दी गई। वहीं इस बीच कांग्रेस के विपक्ष नेता व पार्षद शाम सुंदर मल्होत्रा व गौरव भट्टी द्वारा मीटिंग हाल के गेट को बंद करके वहां धरना लगा दिया गया। जिसके बाद आप व कांग्रेसी पार्षदों में धक्का मुक्की भी हुई। लेकिन फिर किसी तरह गेट खोला गया और सभी लीडर वहां से चलते बने।

पुराने चेयरमैन के आगे बोने नजर आए नए चेयरमैन

बता दें कि विधानसभा कमेटी के पूर्व चेयरमैन और पूर्व विधायक स्वर्गीय गुरप्रीत गोगी के बाद विधानसभा कमेटी के बने नए चेयरमैन के शहर में ही पहली मीटिंग में ही हंगामा हो गया। जिसे देख पुराने चेयरमैन के आगे नए चेयरमैन बोने नजर आए। क्योंकि स्वर्गीय गोगी द्वारा अपने मस्त और दोस्ताना अंदाज से विपक्ष को भी शांत कर दिया जाता था। लेकिन अब कही न कही वे अंदाज मिस दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ विधायक अशोक पराशर पप्पी भी अपने चुलबुले अंदाज में नजर आए।

पार्षद गौरव भट्टी और पुष्पिंद्र भनोट में हुई बहस

कांग्रेस के पार्षद शाम सुंदर मल्होत्रा और गौरव भट्टी द्वारा गेट बंद कर बजट गलत होने का मुद्दा उठाया जा रहा था। इस दौरान आप के पार्षद अमन बग्गा द्वारा उन्हें गेट खोलने के लिए कहा गया। इस बीच पुष्पिंद्र भनोट द्वारा गौरव भट्टी को खींचकर साइड़ पर करने का प्रयास किया गया। जिस कारण दोनों लीडरों के बीच बहसबाजी हो गई।

पुरानी आदतें छोड़े लीडर, फोटो कराने को डाला शोर

वहीं मेयर प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर की और से दोपहर को अपने कैंस ऑफिस में प्रैस कांफ्रेस की गई। जिसमें मेयर ने कहा कि उनकी तरफ से 1100 करोड़ का बजट पास किया गया है। जिसमें 400 करोड़ शहर के विकास में लगेगें। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता की उन्हीं के लीडरों द्वारा ही नहीं सुनी जा रही थी, वह उनकी की बात को काट रहे थे। विपक्ष द्वारा सिर्फ फोटो करवाने के लिए शोर मचाया गया है। जबकि दो दिन पहले सभी पार्षदों को बैठाकर बजट की बारिकी से जानकारी दी गई थी। तब भी वह कह रहे थे कि शोर मचाना तो हमारा राइट है, मीटिंग में उन्होंने वहीं किया।

विधायक भोला व विपक्ष में हुई बहस

मेयर द्वारा बजट की जानकारी देते ही विपक्ष द्वारा इसका विरोध किया। मीटिंग में शोर पड़ने पर विधायक दलजीत सिंह ग्रेवाल द्वारा माइक पकड़कर विपक्ष को मंडी न बनाने की बात बोली गई। जिसके बाद पार्षद शाम सुंदर मल्होत्रा ने विधायक भोला का विरोध करते हुए कहा कि निगम के मेयर और पार्षदों द्वारा आपस में बात की जा रही है। फिर आप क्यों बीच में बोल रहे हैं। जिस पर मीटिंग में हंगामा हो गया।

बजट के जरिए किया बढ़ा घोटाला

वहीं विपक्ष नेता मल्होत्रा ने कहा कि बजट देखकर लगता है कि किसी अनपढ़ व्यक्ति ने बनाया है। क्योंकि वह 32-33 निगम हाउस मीटिंगें देख चुके हैं। हर बजट में निगम में रिटायर्ड व नए ज्वाइंन हुए मुलाजिमों की जानकारी व खर्च का बताया जाता है। लेकिन बजट में यह चीजें है ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि शहर में 8200 स्ट्रीट लाइटें लगनी है। जिसमें से 2200 लग चुकी। जिसके लिए 40 करोड़ बजट रखा। हालांकि पहले कंपनी को पेमेंट दी या नहीं, इसके बारे में बताया ही नहीं जा रहा। वहीं पहले लगी लाइटों में भी पेमेंट अदा की हुई होगी, फिर 40 करोड़ किसका है। जबकि 125 करोड़ गलियां बनाने का बजट है। जबकि पार्षदों को अपने फंड से यह विकास के काम कराने है। फिर गलियों का फंड क्यों रखा गया।

मेयर सिर्फ डम्मी, विधायक अपनी चांदी चमकाने में लगे

पार्षद शाम सुंदर मल्होत्रा ने कहा कि मेयर इंद्रजीत कौर सिर्फ डम्मी है, जबकि यह बजट को असलियत में विधायकों का है। क्योंकि विधायक अपनी मर्जी से बजट बनवाकर अपनी चांदी चमकाने में लगे हैं। मेयर के तो सिर्फ साइन करवाए जाते हैं।

मीटिंग में आधा घंटा देरी से पहुंचे कमिश्नर

वहीं, निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल निगम हाउस की मीटिंग में करीब आधा घंटा देरी से पहुंचे। जिस पर विपक्ष के शाम सुंदर मल्होत्रा द्वारा देरी से आने पर सवाल भी किया गया। जिसका जवाब देते हुए निगम कमिश्नर ने कहा कि वह किसी अवॉर्ड फंक्शन में गए हुए थे, जिस कारण उन्हें देरी हुई।

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