13 सितम्बर-
दिल्ली नगर निगम में सेनेटरी गार्ड के पद पर कार्यरत 52 वर्षीय अनिल उस समय चर्चा का विषय बन गए जब सांप ने उन्हें काटा और उन्होंने बिना डरे उसी सांप को पकड़ लिया। यह पूरी घटना सोनीपत के कोर्ट पुलिस चौकी के पास गुरुवार रात को घटी।
अनिल अपने दोस्तों के साथ बैठे थे, तभी अचानक एक सांप ने उन्हें हाथ पर काट लिया। अनिल ने बिना घबराए दूसरे हाथ से सांप को उसकी मुंडी से पकड़ लिया और पास की दुकान से प्लास्टिक का कट्टा मंगवाकर उसे उसमें बंद कर दिया। ज़हर न फैले इसके लिए उन्होंने हाथ पर प्लास्टिक की रस्सी बांध ली और सीधे सोनिपत नागरिक हॉस्पिटल पहुँचे
जैसे ही अनिल इमरजेंसी में पहुँचे और डॉक्टर को बताया कि उन्हें सांप ने काटा है और वही सांप कट्टे में बंद है, डॉक्टर कुर्सी छोड़कर भाग खड़े हुए। उन्होंने अनिल को पहले सांप को बाहर ले जाकर छोड़ने को कहा।
जब अनिल सांप को बाहर ले जा रहा था, रास्ते में कट्टे का मुँह खुल गया और सांप निकलकर अस्पताल परिसर में बने मंदिर में घुस गया। इससे वहाँ फिर हड़कंप मच गया। लोग इधर-उधर भागने लगे। देर रात तक सांप का कुछ पता नहीं चला।
डॉक्टरों ने अनिल को दो इंजेक्शन दिए और प्राथमिक इलाज किया। बाद में उन्हें रोहतक रेफर कर दिया गया, लेकिन अनिल ने वहां न जाकर मुरथल के एक सपेरे से इलाज करवाया। अनिल का कहना है कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और ड्यूटी पर लौट चुके हैं।
घटना के बाद से सिविल अस्पताल में दहशत का माहौल है। इमरजेंसी वार्ड के इंचार्ज ने अस्पताल परिसर में दवा का छिड़काव करवाया है ताकि कोई जहरीला जीव अंदर न आ सके।
बरसात के मौसम में सांप के काटने की घटनाएँ बढ़ जाती हैं। सिविल अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार:
जुलाई में 25 मामले
अगस्त में 30 मामले
सितंबर में अब तक 6 मामले सामने आ चुके हैं।