हिसार 1 मई। राजस्थान की लेडी डॉक्टर भावना यादव (25) मर्डर केस में पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पुलिस ने जांच के लिए 5 टीमों का गठन किया है। दो टीमें उदेश के पीछे लगी हुई हैं तो बाकि 3 टीमें मर्डर केस की अलग-अलग जांच कर रही है। पुलिस ने उदेश के रेवाड़ी के गांव लिलोध स्थित परिजनों से भी पूछताछ की है। उदेश के परिजनों का कहना है कि उनका बेटा बेकसूर है। वह भावना को अपनी बहन मानता था। वह भावना की मदद करने के बाद क्यों भागा, परिजनों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उदेश के परिजन अपने स्तर पर रिश्तेदारियों में सहयोग मांग रहे हैं और बेटे की भूमिका को लेकर सफाई दे रहे हैं। वहीं, डॉ. भावना के परिजनों ने पुलिस को 48 घंटे की डेडलाइन दी है अगर पुलिस आज आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करती है तो परिजन कल सिविल लाइन थाने में धरने पर बैठ जाएंगे।
मेस वाले ने दी थी उदेश को गाड़ी
सिविल लाइन थाना पुलिस ने उदेश के क्वार्टर से लेकर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। पुलिस को एसयूवी गाड़ी का नंबर पता चला है जिसमें उदेश भावना को लेकर सोनी बर्न अस्पताल लेकर गया था। नंबर की जांच में पता चला है कि कार एचएयू में मेस चलाने वाले अनिल कुमार की है। अनिल कुमार ने पुलिस को बताया उदेश ने कहा था कि कोई हादसा हो गया है, लड़की जल गई है उसकी मदद करनी है। अनिल कुमार एचएचू में ठेका लेकर मेस चलाता है।
आरोपी के नेपाल भागने का डर
वहीं, भावना की मां गायत्री देवी ने कहा कि आरोपी उदेश के नेपाल भागने की पूरी आशंका है। उनको किसी ने बताया है कि उदेश नेपाल के बार्डर के आसपास है। उसकी वहां की लोकेशन मिल रही है। भावना ने बताया कि उदेश ने अपना वॉट्सऐप पर ऑन किया था मगर पुलिस अभी तक उसका पता नहीं लगा पाई।