कहा, वे पार्किंग समेत रोड कनेक्टिवटी, बिजली–पानी इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड करने के पक्षधर
डेराबस्सी 01 May : हिमाचल प्रदेश की दिव्य सिद्ध पीठ श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर, गुफा दियोट सिद्ध के गद्दी प्रमुख श्री श्री 1008 महंत राजिंदर गिरी जी महाराज यहां रोप–वे बनाने के हिमाचल प्रदेश सरकार के फैसले इत्तिफाक नहीं रखते। उन्होंने कहा कि वे रोप–वे के हक में नहीं हैं और अपनी निजी राय सरकार को भी दे चुके हैं। चूंकि दियोट सिद्ध में भवन गेट तक वाहनों की पहुंच है। इसलिए रोप–वे से अधिक वे मंदिर परिसर के आसपास वाहनों के पार्किंग स्थल समेत रोड कनेक्टिवटी, बिजली–पानी इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने के पक्षधर हैं।
यहां डेराबस्सी में भगत संजय कुमार के यहां पधारे महंत राजिंदर गिरी ने इंफ्रास्चट्रक्चर अपग्रेड पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि वैष्णो देवी, नयना देवी तीर्थ की तरह दियोट सिद्ध में जरुरत नहीं है। वाहनों का पहुंच मार्ग मंदिर भवन के मुख्य गेट तक है परंतु सरकार यहां पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए रोप–वे परियोजना लाना चाहती है जिसके लिए कई सर्वे भी हो चुके हैं। वे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं जिसके लिए रोड, रेल व एयर कनेक्टिविटी में सुधार की काफी गुंजाइश है। यह भी सही है कि नवरात्र, चेत्र महीनेऔर अन्य पवन अवसरों व वीकेंड पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। सरकार द्वारा मंदिर व उसके पहुंच मार्गों को चौड़ा करने, सौंदर्यकरण व पार्किंग स्थल के विस्तारीकरण में सुधार किया जा रहा है परंतु धार्मिक पर्यटकों के साथ साथ सामान्य पर्यटकों की तादाद बढ़ने से उस हिसाब से दिक्कतें भी बढ़ेंगी। इन्हें दूर करने के लिए सुधार के और उपायों की जरुरत रहेगी।
यहं बता दें कि प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने व श्रद्धालुओं को निर्बाध एवं सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित यहां रोप–वे तैयार करने का बीते साल निर्णय लिया था। 0.52 किमी क्षेत्र में रोप–वे का निर्माण 65 करोड रुपए की लागत से किया जाना है जो मंदिर को टैक्सी पार्किंग से जोड़ेगा। हालांकि सरकार की इस परियोजना से स्थानीय लीोगों को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर बढ़ने का दावा किया गया है परंतु वहां का स्थानीय व्यापार मंडल प्रस्तावित रोप–वे प्रोजेक्ट के विरोध में है।
फोटो सहित : डेराबस्सी में मीडिया से मुखातिब हुए गद्दी प्रमुख महंत राजिंदर गिरी जी महाराज