सौर ऊर्जा से 1.86 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी, तैयार हो गए 3 हजार किलोवॉट सोलर प्लांट
चंडीगढ़/यूटर्न/27 अप्रैल। देश का मॉडल सिटी चंडीगढ़ भी फिलहाल प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। ऐसे में इसका सिटी-ब्यूटीफुल खिताब कायम रखने के लिए अहम पहल की है। सरकार के प्रयासों से इसे देश का पहला कार्बन फ्री शहर बनने की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है।
जानकारी के मुताबिक 31 मार्च, 2025 तक 270.26 मिलियन यूनिट सौर ऊर्जा के उत्पादन के जरिए यूटी प्रशासन ने 1 लाख 86 हजार 479 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी दर्ज की है। चंडीगढ़ रिन्युएबल एनर्जी एंड साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी के अनुसार शहर में अब तक 10 हजार 988 स्थानों पर 89.689 मेगावॉट पी रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित हो चुके हैं। जिससे 270.26 मिलियन यूनिट स्वच्छ ऊर्जा ग्रिड प्रदान की गई।
चंडीगढ़ के कुल 114 सरकारी स्कूलों में से 108 स्कूलों पर रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम सफलतापूर्वक इंस्टॉल हो गए। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने चंडीगढ़ को 2030 तक 34 “सोलर सिटीज” में शामिल किया है। साल 2030 तक 224 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
सोलर सिटी मिशन के तहत चंडीगढ़ ने दिसंबर 2024 तक सभी सरकारी आवासीय भवनों और दफ्तरों पर 100 प्रतिशत रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन पूरा कर लिया। कुल 6 हजार 627 सरकारी साइट्स पर 18.1 मेगावॉट पी क्षमता के सोलर पैनल लगे हैं, जिनसे हर साल करीब 23.5 मिलियन यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा। इससे बिजली खर्च में हर साल लगभग 12.69 करोड़ रुपए की बचत होगी।