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लुधियाना में गवर्नमेंट स्कूल लेक्चरर यूनियन की राज्य समिति बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा

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पंजाब की आप सरकार खिलाफ मोर्चा खोलने
की धमकी दी सरकारी स्कूलों के लैक्चरार्स ने

लुधियाना/9 अप्रैल। गवर्नमेंट स्कूल लेक्चरर यूनियन पंजाब की आपातकालीन राज्य समिति की बैठक यहां हुई। जिसमें राज्य की आप सरकार द्वारा उनसे किए वादे पूरा न किए जाने पर तीखा रोष जताया गया।
यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमन शर्मा, बलराज सिंह बाजवा, रविंदरपाल सिंह और वरिष्ठ सदस्य सुखदेव सिंह राणा की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। इस मौके अमन शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले कर्मचारियों से आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बड़े-बड़े वादे और दावे किए थे। आप सरकार बनने के बाद वे सब कुछ भूल गए। आप सरकार बनाने में कर्मचारियों ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई, लेकिन सरकार बनने के बाद आप पार्टी कर्मचारियों को पूरी तरह से भूल गई।
यूनियन के नेताओं ने याद दिलाया कि कर्मचारियों के डीए की 12 प्रतिशत तीन किश्तें जनवरी 2023 से अब तक जनवरी 2016 से दिसंबर 2022 तक प्राप्त किश्तों का एक कर्मचारी का लाखों का बकाया शेष हैं। पड़ोसी राज्य हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ प्रशासन तथा अन्य राज्य अपने कर्मचारियों को केंद्र के बराबर 50% दे रहे हैं। जबकि पंजाब सरकार के कर्मचारियों को केवल 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता ही मिल रहा है। जो पंजाब के पूरे कर्मचारी वर्ग के साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
यूनियन के नेताओं ने कहा कि महंगाई भत्ता कर्मचारियों को वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि या मूल्य सूचकांक के अनुसार मुद्रास्फीति की क्षतिपूर्ति के रूप में दिया जाता है। लुधियाना अधयक्ष हरजीत सिंह बल्हारी, कुलदीप ग्रोवर फाजिल्का, बलजीत सिंह कपूरथला ने कहा वहीं ग्रामीण भत्ता व बकाया भुगतान नहीं होने से कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के बावजूद पंजाब सरकार इसे जारी करने के लिए चुनाव आयोग से मंजूरी ले सकती है।
इस मौके पर मौजूद नेताओं ने कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार गुणवत्ता के लिए स्कूल ऑफ एमिनेंस बना रही है, लेकिन दूसरी ओर, पंजाब में लगभग 700 स्कूलों में प्रिंसिपल और हजारों लेक्चरर के पद खाली हैं। सरकार को तुरंत डी. पी सी. करके इनको भरा जाए ताकि स्कूलों का प्रबंधन अच्छे से चल सके, इसके साथ ही पुरानी पेंशन व्यवस्था, वरिष्ठता सूची, रिवर्जन जोन में व्याख्याताओं की बहाली की जाए। सरकार से इन मांगों को मानने की मांग की गई तथा नहीं मानने पर लोकसभा चुनाव में परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई।
इस मौके पर यूनियन नेता नरिंदर सिंह होशियारपुर, हरजीत सिंह रत्न, अरुण कुमार, मनजीत सिंह बध्धन, रविन्द्र कुमार, सुशील कौड़ा जतिंदर सिंह मसानिया, कुलविंदरपाल सिंह, गुरबीर सिंह, जतिंदरपाल सिंह, मुख्तियार सिंह, जोगिंदर लाल मौजूद थे।
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