पावन यात्रा को लेकर बिंदुवार मांगें रखी गईं
लुधियाना/यूटर्न/1 अप्रैल। श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन-सेबलो की वार्षिक आमसभा की बैठक रामलोक चौधरी की अध्यक्षता में हरियाणा के अंबाला के होटल रॉयल सेरेना में हुई।
संगठन के महासचिव एचके चुघ ने विभिन्न भंडारा संगठनों का स्वागत किया। जिन्होंने पूरे भारत, खासतौर पर पंजाब हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि से बैठक में भाग लिया। विजय मेहरा, कैशियर ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की बैलेंस शीट प्रस्तुत की जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया। एचके चुघ ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों को सूचित किया कि विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर यहां दिए गए अभ्यावेदन की एक श्रृंखला एसएएसबी के अधिकारियों, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के अधिकारियों और केंद्र सरकार आदि को दी गई है।
जिसमें क्रमवार बताया कि हमारे कुछ सदस्य भंडारा संगठनों को भंडारा सेवाएं प्रदान करने के लिए पत्र आमंत्रित करने का प्रस्ताव, जिन्हें अभी तक बिना कोई मुद्दा बताए जारी नहीं किया गया है। भंडाराओं को भेदभावपूर्ण आधार के बजाय रोटेशनल आधार पर हिरासत में लेने की नीति तैयार करना और उसे लागू करना। पुलिस की तरफ से भंडारों के सेवदारों का सत्यापन वापस लिया जाना चाहिए। भंडारों में बिना किसी प्रतिबंध के यात्रियों को रात्रि आश्रय देना। विभिन्न शिविरों में बिजली की आपूर्ति चंदनवाड़ी-शहनाग-पंजतारनी-पवित्र गुफा के पूरे पारंपरिक मार्ग पर की जानी चाहिए। सेवकों की संख्या 65 से बढ़ाकर 100 की जाए।
इसके अलावा अधिनियम 2000 के प्रावधानों के अनुसार बालटाल और डोमेल और पंचतर्णी आदि के आधार शिविरों में यात्रियों को रात्रि आश्रय प्रदान करने के लिए सरायों/धर्मशालाओं का निर्माण या इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वैकल्पिक रूप से एसएबीएलओ को भूमि का आवंटन किया जाए। यात्रियों के अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र का सरलीकरण करें। प्रत्येक सेवक के लिए पाँच लाख रुपये का बीमा कवर हो। खाद्य सूची में संशोधन किया जाएगा। स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक सेवाओं में सुधार किया जाना चाहिए। तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्था के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा गठित विभिन्न समितियों में लंगर संगठन के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
इसी तरह बादल फटने और बाढ़ की स्थिति में विशेष सुरक्षा और सुरक्षा व्यवस्था हो। यात्रियों की संख्या 10000 से बढ़ाकर 12500 करने के लिए कदम उठाएं। भंडारा वस्तुओं के भंडारण के लिए इग्लू झोपड़ियों और ठोस बंकरों का प्रावधान हो। शौचालयों और स्नानागारों के प्रावधान के साथ यात्रा मार्ग में सुधार हो। पैदल, पोन्नी, पैक पोन्नी और पाल्किस में यात्रियों के लिए अलग-अलग एक तरफा ट्रैक बनाए जाएं। विभिन्न शिविरों में स्थल संख्या के साथ डिजिटल मानचित्र बोर्ड लगाए जाने चाहिए। टट्टू वाला, पिट्ठू और विभिन्न एजेंसियों द्वारा यात्रियों के शोषण को रोका जाना चाहिए। जुड़वां यात्रा मार्ग पर संचार प्रणाली में सुधार हो। यात्रा के काफिले को केवल निर्धारित स्थानों पर रोका जाना चाहिए जहां शिविरों में शौचालय, पानी की आपूर्ति, भोजन आदि की उपलब्धता की आवश्यक सुविधाएं हों।
इसी लड़ी में खराब मौसम की स्थिति में यात्रा परमिट की अवधि लचीली होनी चाहिए। सार्वजनिक शौचालयों की सफाई में सुधार किया जाना चाहिए। होली गुफा में दर्शन का सीधा प्रसारण जारी रखा जाना चाहिए। सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में सुधार किया जाना चाहिए। जुड़वां यात्रा मार्गों/मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
तीर्थयात्रियों के दर्शन के लिए पवित्र गुफा में प्लेटफार्मों पर चार-पांच कतारें हों। यात्रा शुरू होने से 15 दिन पहले शिविर स्थलों पर उचित सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। बालटाल में दुकानों के समूह की समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। मंदिर बोर्ड की बैठकों में भंडारा के प्रतिनिधित्व को महत्वपूर्ण हितधारकों के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। नियम और शर्तों से दंड खंडों को वापस लिया जाए। उपरोक्त मुद्दों पर चंदनवारी से पवित्र गुफा और बालटाल/डोमेल से पवित्र गुफा तक श्री अमरनाथ यात्रा के जुड़वां मार्गों पर लंगर संगठनों और यात्रियों के सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं पर माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के गृह मंत्री, जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के एलजी साहिब, सीईओ, अतिरिक्त सीईओ, डिप्टी सीईओ और अन्य को ज्ञापन भेजे गए हैं।
श्राइन बोर्ड को प्रस्तुत इस ज्ञापन को सुनने के बाद उठाए गए प्रमुख और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने सुझाव और समस्याएं व्यक्त की गईं। सदस्यों के सुझावों को नोट किया गया और श्राइन बोर्ड को भेजे जाने का आश्वासन दिया गया। भंडारों के लिए अनुमतियों के आवेदन एकत्र किए गए थे जिन्हें श्राइन बोर्ड को प्रस्तुत किया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष राजन गुप्ता ने सभी सुझावों को नोट किया और बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा व्यक्त की गई समस्याओं को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि ये श्राइन बोर्ड के समक्ष प्रतिनिधित्व करेंगे और यह भी आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं और सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। विजय मेहरा ने सभी सदस्यों को आश्वासन दिया कि संगठन के खातों और बैलेंस शीट को पुष्टि और सत्यापन के लिए हर साल वार्षिक आम बैठक में सदस्यों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। लंगर संगठनों के सुधार और बेहतरी के लिए एक पारदर्शी और पारदर्शी प्रणाली अपनाई जाएगी। पहलगाम-पवित्र गुफा मार्ग समन्वयक श्री फकीर चंद वर्मा और पीआरओ पंकज सोनी ने सदस्यों से संगठन के साथ पहले की तरह सहयोग करने का अनुरोध किया ताकि श्राइन बोर्ड के समक्ष प्रतिनिधित्व करने के लिए सब्लो को शक्ति दी जा सके। बैठक का समापन देश के विभिन्न कोनों से बैठक में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को श्री राम लोक चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष द्वारा धन्यवाद के साथ किया गया। राजीव आनंद का विशेष आभार जताया गया, जिन्होंने अपने गृह नगर अंबाला में इस बैठक का सफलतापूर्वक आयोजन किया।