मुंबई आतंकी हमले में राणा ने की थी रेकी करने वाले हेडली की मदद, पाक-आतंकी नेटवर्क से तार !
चंडीगढ़, 24 जुलाई। मुंबई में 26/11 वाले हमले के तहव्वुर राणा मुंबई में ही था। सूत्रों के मुताबिक यह अहम जानकारी सामने आई है। जिससे पता चला है कि मुंबई आतंकी हमलों में कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा ने अहम भूमिका निभाई थी। वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े साथी डेविड हेडली की मदद के लिए मुंबई में एक नकली ऑफिस में अपनी जासूसी वारदात को अंजाम दे रहा था।
यहां गौरतलब है कि इस हमले में 170 से ज्यादा लोग मारे गए थे। सूत्रों के अनुसार, राणा ने अमेरिका में ‘इमिग्रेंट लॉ सेंटर’ नाम से एक फर्जी ऑफिस खोला था। यह ऑफिस असल में कोई काम नहीं करता था और सिर्फ दिखावे के लिए दो साल तक चलाया गया। इसका असली मकसद डेविड हेडली को भारत में खास जगहों की रेकी में मदद करना था। इसी जानकारी के आधार पर 2008 में मुंबई में बड़ा आतंकी हमला किया गया।
चर्चा के अनुसार, हेडली ने मुंबई के ताज होटल, ओबेरॉय होटल, नरीमन हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जैसी महत्वपूर्ण जगहों की रेकी की थी। हमलों की साजिश में राणा की भूमिका बहुत अहम मानी जाती है। राणा 2005 से ही पाकिस्तान में कुछ आतंकी नेटवर्क से जुड़ा था। राणा ने पूछताछ में कई जरूरी जानकारियां दी हैं। इन जानकारियों की पुष्टि के लिए भारत ने अमेरिका को एक ‘म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस’ अनुरोध भेजा है। माना जा रहा है कि अमेरिका से मिलने वाली जानकारी से और भी लोगों की भूमिका सामने आ सकती है।
गौरतलब है कि राणा को 2025 की शुरुआत में अमेरिका से भारत लाया गया। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी में उसकी याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद अप्रैल में उसे भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया गया। उसके प्रत्यर्पण को भारत की बड़ी कूटनीतिक-कानूनी जीत माना गया।
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