पंजाब की मान सरकार के कैबिनेट मीटिंग में अहम ऐलान, आसान बिल्डिंग नियमों को मंजूरी दी

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आर्किटेक्ट से नक्शा पास करा बिल्डिंग बना सकेंगे, नया नगर निगम बना, 150 नए पदों पर भर्ती होगी

चंडीगढ़/यूटर्न/28 अक्टूबर। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार अभी से अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में नजर आ रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग हुई।

लुधियाना नॉर्थ में बनेगी नई सब-तहसील :

यह मीटिंग चंडीगढ़ स्थित सीएम रिहायश पर हुई, जो करीब दो घंटे चली। इसमें कई अहम फैसलों पर विचार किया गया। इनमें सबसे खास फैसला रहा कि लुधियाना नार्थ को तहसील बनाया जाएगा, जिसमें चार पटवारी सर्किल शामिल हैं। इसमें सात-आठ गांव और एक कानूनगो सर्किल है। एक नायब तहसीलदार वहां बैठेगा।

यूनिफाइड बिल्डिंग नियम को मंजूरी :

इसके अलावा सीएम मान ने मीटिंग में पंजाब यूनिफाइड बिल्डिंग नियम 2025 को मंजूरी दी। इसमें मकान निर्माण शहरी विकास विभाग की मंजूरियां व लागू करने की शर्तें आसान की गई हैं। कम ऊंचाई वाली इमारतों 15 मीटर से 21 मीटर की गई। लोग खुद ही अपने आर्किटेक्ट से नक्शा पास कराएंगे। सेल्फ सार्टिफिकेशन के मुताबिक नक्शा पास हो जाएगा। ग्राउंड कवरेज सौ फुट के प्लाटों में पार्किंग और अन्य नियम रखे गए हैं।

बरनाला नगर कौंसिल बनेगी नगर निगम :

बरनाला नगर कौंसिल को नगर निगम को रूप में अपग्रेड किया गया है। यह नगर कौंसिल निगम की सभी शर्तों को पूरा करती है। वहां की जनसंख्या और जीएसटी कलेक्शन भी अधिक है। इसकी लंबे समय से यह मांग चल रही थी। इसके अलावा स्पोर्ट्स मेडिकल कैडर में सौ पदों पर भर्ती की जाएगी।

एक महीने में दूसरी कैबिनेट मीटिंग :

बता दें कि सरकार की एक महीने में यह दूसरी मीटिंग है। इससे पहले 13 अक्टूबर को मीटिंग हुई थी, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए थे। उस मीटिंग में हर वर्ग का ध्यान रखा गया था। वहीं, बाढ़ से निपटने की स्ट्रेटजी भी बनी थी।

स्पोर्ट्स मेडिकल कैडर में सौ पदों पर भर्ती :

पंजाब स्पोर्ट्स मेडिकल कैडर में सौ पदों पर भर्ती के लिए पोस्ट क्रिएट की गई। यह ग्रुप ए, बी और सी की रहेगी। यह पद कांट्रेक्ट पर भरे जाएंगे। खिलाड़ियों को होने वाली इंजरी में मदद करेगा। यह स्टाफ बड़े खेल जिलों में तैनात किया जाएगा, ताकि खिलाड़ियों को फायदा हो सके।

सौ बेड का ईएसआई अस्पताल खोलने की मंजूरी :

कैबिनेट मीटिंग में डेराबस्सी में सौ बेड का ईएसआई अस्पताल खोलने की मंजूरी दी गई है। उसे खोलने के लिए जमीन मुहैया करeई जाएगी। यह सेंटर गवर्नमेंट बनाती है। यह चार एकड़ जमीन अस्पताल के लिए लीज पर दी जाएगी।

नशा मुक्ति केंद्रों के नियमों में भी संशोधन :

नशा मुक्ति केंद्रों के नियमों में संशोधन किया गया है। एक व्यक्ति पांच केंद्र ही चला पाएगा। वहां पर बायोमैट्रिक हाजिरी लगेगी। मरीजों को दी जाने वाली दवाई पर नजर रखी जाएगी। खरड़ की लैब से सारा ऑपरेट होगा। 140 से 145 प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र चलते हैं, इसमें ओट क्लीनिक भी शामिल रहेंगे। कई शिकायतें भी आई है कि वहां पर लोगों से टॉर्चर होता है। सारी साइड से रिपोर्ट लेकर नियम लागू किए जाएंगे।

उद्योगों के लिए भी लिया गया फैसला :

कैबिनेट मीटिंग में पंजाब के उद्योगों के लिए भी फैसला लिया गया। सीएम के मुताबिक, इंडस्ट्री की डिमांड में बैंकिंग में पांच लाख की कैंपिंग की। रजिस्ट्रेशन डयूटी में छूट दी गई। यह फैसले मंत्रियों और माहिरों की कमेटियों की रिपोर्ट के बाद लागू किए गए हैं।

भव्य होगा गुरु तेग बहादुर के शहीदी समारोह :

सीएम ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर के नगर कीर्तन का पहला काफिला श्रीनगर से चलेगा। उसमें कश्मीरी पंडित भी शामिल होंगे। सारे देश के मुख्यमंत्रियों को न्यौता दिया गया है। राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री से समय मांगा गया है। उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। जहां-जहां गुरुजी गए थे, वहां पर समागम होंगे। लाइट एंड साउंड शो होंगे। 23 से 25 अक्टूबर तक श्री आनंदपुर साहिब में समागम होंगे। 24 को विधानसभा का स्पेशल सेशन श्री आनंदपुर साहिब में होगा। 25 को भोग होगा।

पराली के धुएं पर पंजाब का नाम लगता है :

सीएम मान ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के एक जज जब रिटायर हुए थे, तो उन्होंने कहा था कि पराली के धुएं पर पंजाब का नाम लगता है। धुएं के लिए नॉर्थ से साउथ हवा चलनी चाहिए, लेकिन हवाएं चल नहीं रही हैं, कैसे जाएंगी ? अभी 70 से 80 फीसदी हमारी फसल आई नहीं है। जब आग नहीं लगाई तो धुआं कैसे पहुंच गया ? हरियाणा का धुआं क्यों नहीं पहुंचा ?

दिल्ली से आगे धुआं क्यों नहीं जाता :

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरसा साहब ने 10-15 दिन पहले कह दिया, उनसे यमुना साफ नहीं हो रही। मोदी जी के लिए अलग यमुना बना ली। यमुना छोड़ो, मोदी जी तो वोटर भी अपने बना रहे हैं। पब्लिक की जरूरत तो नहीं है। दिल्ली से आगे धुआं क्यों नहीं जाता है ? यह एक राजनीतिक मुद्दा बना रखा है। अन्नदाता को बदनाम ना करो। कोई अल्टरनेटिव दो या सजेशन दो। अगर हमारे प्रधानमंत्री कई देशों की जंग रुकवा सकते हैं, विश्व गुरु का डंका बजता है, तो जहां पर पराली जलती है, उन राज्यों की मीटिंग बुला लें। हम अपना पक्ष रख देंगे।

मुलाजिमों पर बोझ कम करेंगे :

भगवंत मान ने कहा कि चावल पंजाब का खाना नहीं है। ऐसे में हमें कोई विकल्प दे दो। बाढ़ के बावजूद भी केंद्रीय फूड भंडार में अनाज दिया है। हमारी कोशिश रहती है कि किसी भी विभाग में कोई पद खाली ना रहे। सारे पद भरे जाएंगे। हम कोशिश करेंगे मुलाजिमों पर काम का बोझ कम किया जाए। बाढ़ पैकेज पर कहा कि वह अन्य स्कीमों से 1600 करोड़ देने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा था कि यह तो टोकन मनी है।

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