28 सितम्बर-
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए हालिया टैरिफ उपायों के जवाब में भारतीय निर्यातकों ने अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों को बनाए रखने के लिए प्रतिस्पर्धी मूल्य रणनीति अपनाई है।
वस्त्र, इंजीनियरिंग उत्पाद, चमड़ा और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जैसे प्रमुख क्षेत्रों के कई निर्यातक अपने ग्राहकों को छूट प्रदान कर रहे हैं और अतिरिक्त शुल्क का कुछ हिस्सा स्वयं वहन कर रहे हैं। यह कदम दीर्घकालिक व्यापारिक संबंधों को सुरक्षित रखने में सहायक होगा, लेकिन इससे निर्यातकों की लाभ-सीमा पर दबाव बढ़ रहा है।
निर्यातकों का मानना है कि अमेरिकी बाजार अत्यंत महत्वपूर्ण है और किसी भी स्थिति में उसे नहीं खोया जा सकता। Paramount Impex के MD राकेश कपूर ने कहा, “अमेरिकी बाजार बहुत अहम है। हम अपने खरीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और मूल्य समायोजन कर प्रतिस्पर्धा बनाए रख रहे हैं।”
भारत सरकार इस स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है और संतुलित समाधान के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ वार्ता कर रही है। इस बीच, निर्यातक सरकार से अल्पकालिक सहायता—जैसे कि ऋण सुविधा और निर्यात प्रोत्साहन—की मांग कर रहे हैं ताकि बढ़े हुए टैरिफ के असर को कम किया जा सके।
चुनौतियों के बावजूद, उद्योग जगत को भरोसा है कि भारत का विविध उत्पाद पोर्टफोलियो, प्रतिस्पर्धी विनिर्माण आधार और मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाएँ निर्यात वृद्धि की गति को बनाए रखेंगी।