रणनीति : बीजेपी के आक्रमक तेवर देख उसे ‘इग्नोर’ कर मुख्यमंत्री नशाखोरी के मुद्दे पर अकालियों को कर रहे टारगेट
लुधियाना, 4 अगस्त। बेशक अभी पंजाब के अगले विधानसभा चुनाव में काफी समय बाकी है। फिर भी राज्य में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी पिछले दिनों लुधियाना वैस्ट विधानसभा उप चुनाव जीतने के बाद खासी उत्साहित है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने इस सीट पर चुनाव लड़ा और जीतने के बाद अब सूबे के उद्योग मंत्री बन चुके हैं।
सियासी-जानकारों की मानें तो आप के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना था। जिससे अगले विधानसभा चुनाव की दिशा-दशा भी तय होनी थी। इसमें जीत हासिल होने के बाद अब मुख्यमंत्री भगवंत मान का फोकस पंजाब की औद्योगिक राजधानी व राजनीतिक-केंद्र लुधियाना पर और बढ़ गया है।
गौरतलब है कि लुधियाना-फिरोजपुर हाइवे स्थित किंग्स विला रिसॉर्ट में ‘नशा मुक्ति मोर्चा’ के जोन प्रभारियों के साथ सीएम मान ने सोमवार को बैठक की। यहां काबिलेजिक्र है कि सीएम के साथ पंजाब के डीजीपी गौरव यादव व मुख्य सचिव केएपी सिन्हा और सूबे सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह भी मौजूद रहे।
इस दौरान नशों के खिलाफ युद्ध में जिन लोगों ने सरकार का साथ दिया, उन्हें सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर सीएम मान ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में नशे की समस्या बढ़ी थी। राज्य की सत्ता में आप के आने के बाद, नशे के खिलाफ लड़ाई शुरू की गई। शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की हालिया गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए, मान ने कहा कि कांग्रेसी और भाजपा नेताओं पर तंज भी कसे। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि युद्ध नशों के विरुद्ध जैसी मुहिम आज तक किसी ने नही चलाई थी।
पंजाब सरकार के मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने कहा कि नशों के खिलाफ राज्य सरकार ने बड़ा युद्ध हैचलाया । सूबे के सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह ने कहा कि आप ने सत्ता में आने से पहले नशा-मुक्ति का जो वादा किया था, वो काफी हद तक पूरा हो चुका है।
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