watch-tv

हरियाणा में सत्ता ‘हाथ’ से फिसली तो अब पंजाब में आगामी चुनावों को लेकर कांग्रेस नेतृत्व चौकस

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

पंचायत और उप विस चुनावों को लेकर पंजाब के तमाम नेताओं के साथ चंडीगढ़ में मीटिंग की

नदीम अंसारी

लुधियाना 11 अक्टूबर। पुरानी मिसाल है कि दूध का जला छाछ भी फूंककर पीता है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथ सत्ता आते-आते फिसल गई। जिसके चलते दिल्ली तक पार्टी में भारी हलचल है। इसी बीच कांग्रेस नेतृत्व ने फौरन चौकसी बरतते हुए पंजाब की तरफ फोकस किया है। दरअसल यहां पंचायत चुनाव और उसके बाद चार विधानसभा हल्कों में उप चुनाव होने हैं। इसी मकसद से केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दिल्ली से कई वरिष्ठ नेता चंडीगढ़ पहुंचे और पंजाब के तमाम बड़े-छोटे नेताओं को तलब किया। इस दौरान गंभीरता से चुनावी चर्चा की गई।

जानकारी के मुताबिक यह हाई लेवल मीटिंग चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में दोपहर के वक्त शुरु हुई। इस दौरान सबसे ज्यादा चर्चा चार विधानसभा सीटों के उप चुनाव को लेकर की गई। मीटिंग में पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव आलोक शर्मा, कांग्रेस वरिष्ठ नेता रविंदर उत्तम राव दलवी, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव सहित केंद्र व पंजाब के कई सीनियर नेता मौजूद रहे।

यहां गौरतलब है कि पंचायत चुनाव 15 अक्टूबर को होने है। जबकि चारों विस सीटों पर उप चुनाव की तारीख कभी भी घोषित हो सकती है। इन चारों सीटों में डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर), चब्बेवाल (होशियापुर), गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब) और बरनाला (संगरूर) शामिल  हैं। इन चारों सीटों के विधायक अब लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। कोई भी पार्टी इन चुनावों में कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। गौरतलब है कि आप नेता राज कुमार चब्बेवाल, कांग्रेसी नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरदासपुर से, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग लुधियाना से और गुरमीत सिंह मीत हेयर संगरूर से सांसद बने थे।

———–

 

 

Leave a Comment