नई दिल्ली 10 अगस्त : हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने एक्स पर एक बार फिर बड़ा खुलासा करते हुए सीधा मार्केट रेगुलेटर सेबी (सेबी) की चेयरमैन माधबी पुरी बुच पर हमला बोला है. शनिवार देर रात हिंडनबर्ग ने एक्स पर लिखा कि अडानी ग्रुप की ऑफशोर कंपनियों में सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri बच) का निवेश है हिंडनबर्ग के इस खुलासे ने विश्व भर के बिजनेस और इक्विटी बाजार में हड़बड़ाहट मचा दी है रिपोर्ट अनुसार यही वजह है कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ उन्होंने 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है.
गौरतलब है की हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस खुलासे के बारे में सुबह सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान कर दिया था. अब बार फिर से अडानी ग्रुप ही हिंडनबर्ग के निशाने पर है. गुप्त दस्तावेज के हवाले से हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा है कि अडानी घोटाले में इस्तेमाल की गई ऑफशोर संस्थाओं में सेबी चेयरपर्सन की हिस्सेदारी थी. हिंडनबर्ग ने जिन दस्तावेज के आधार पर सेबी चेयरपर्सन पर ये आरोप लगाए हैं, हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के बाद एक्सपर्ट्स सोमवार को अडानी समूह के लिए बड़ा भारी होने वाला है समहू अभी पिछले झटके से ही उभर नहीं पाया है
अब नया आरोप कम्पनी को कितना नुकसान पहुंचता है यह बाजार खुलने के बाद ही पता चलेगा !
चेयरमैन माधबी ने पति को किए ट्रांसफर शेयर
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने आरोपों में कहा है, अप्रैल 2017 से लेकर मार्च 2022 के दौरान माधबी पुरी बुच सेबी की होलटाइम मेंबर होने के साथ चेयरपर्सन थीं. उनका सिंगापुर में अगोरा पार्टनर्स नाम से कंसलटिंग फर्म में 100 फीसदी स्टेक था. 16 मार्च 2022 को सेबी के चेयरपर्सन पर नियुक्ति किए जाने से दो हफ्ते पहले उन्होंने कंपनी में अपने शेयर्स अपने पति के नाम ट्रांसफर कर दिए.