राहत की बाबत, मंडी और कुल्लू के बीच कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंडोह के रास्ते बहाल
चंडीगढ़, 8 अगस्त। हिमाचल प्रदेश जाना अभी खतरे से खाली नहीं है। हालांकि मंडी और कुल्लू के बीच कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंडोह के रास्ते पर यातायात बहाल हो गया। जिससे द्वाडा के पास हुए भीषण भूस्खलन के कारण फंसे सैकड़ों यात्रियों को राहत मिली।
गौरतलब है कि इस नाकेबंदी के कारण मंडी और कुल्लू जिलों के बीच संपर्क टूट गया था। राजमार्ग फिर से खुल गया है, लेकिन स्थिति सामान्य होने से कोसों दूर है। मंडी और औट के बीच का हिस्सा अभी भी खतरनाक बना है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि द्वाडा और झलोगी के बीच चार भूस्खलन हुए हैं। हालांकि सीमित यातायात के लिए मलबा हटा दिया गया है, लेकिन सड़क की स्थिति अभी भी नाजुक बनी है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण नए भूस्खलन का खतरा हुआ है। एनएचएआई और जिला प्रशासन सहित अन्य अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। यात्रियों को प्रभावित क्षेत्रों से यात्रा करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खासकर मौसम विभाग द्वारा जारी और बारिश की भविष्यवाणी को देखते हुए चिंताजनक हालात बने हैं।
राजमार्ग बाधित होने के अलावा, भूस्खलन और सड़क क्षति के कारण पिछले तीन दिनों से जिले भर में कुल 245 सड़कें अवरुद्ध हैं। हालांकि, पीडब्ल्यूडी ने 70 सड़कों को बहाल कर दिया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सिराज संभाग में 108 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं, इसके बाद थलौट में 56, करसोग में 29, धर्मपुर में 18, मंडी में 10 और पधर में सात सड़कें अवरुद्ध हैं, जबकि जिले के अन्य हिस्सों में भी यातायात बाधित है। ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में, जहां कनेक्टिविटी की कमी के कारण निवासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य चल रहा है। सड़कें बंद होने के अलावा, आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। 88 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हो गए, जिससे कई इलाकों में बिजली गुल है।
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