केंद्र सरकार ने बनाया है यह पायलट प्रोजेक्ट, सिटी ब्यूटीफुल में बनेंगे कुल सात सेंटर
चंडीगढ़ 13 जनवरी। टायफायड के बढ़ते मामले देश में सेहत महकमे के लिए चुनौती बने हैं। इन मामलो पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार विशेष टाइफाइड सर्विलांस सेंटर शुरू करने वाली है।
जानकारी के मुताबिक इसके लिए पहला पायलट प्रोजेक्ट शुरु करने के लिए सिटी ब्यूटीफुलट चंडीगढ़ को चुना गया है। केंद्र सरकार के पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत चंडीगढ़ में टाइफाइड को लेकर टाइफाइड सर्विलांस सेंटर बनाकर वहां के नमूने की पीजीआई में जांच करवाई जाएगी। जिससे पता चल सकेगा कि टाइफाइड का कौन सा स्ट्रेन सबसे ज्यादा फैल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत टाइफाइड सर्विलांस सेंटर के रिसर्च के आधार पर सरकार टाइफाइड के केस पर काबू के लिए इसके टीके को राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में शामिल करेगी। इसके बाद अन्य रूटिंग टीके की तरह बच्चों को टाइफाइड का टीका भी सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क लगाया जाएगा। ऐसा करके देश में टाइफाइड के बढ़ते संक्रमण पर काबू संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा।
हाल ही में जारी एचएमआईएस की रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर, नागालैंड और बिहार के बाद तेलंगाना देश वो राज्य हैं, जहां 25% से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
प्रोजेक्ट के अंतर्गत चंडीगढ़ में पीजीआई, जीएमसीएच-32, जीएमएसएच- 16 व तीनों सिविल अस्पताल के साथ ही एक निजी अस्पताल को इसके सेंटर के लिए चुना गया है। इन सभी सेंटर पर 6 महीने से 15 साल तक के संक्रमित बच्चों के जांच के नमूने लिए जाएंगे, जिसका पीजीआई के लैब में कल्चर किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार टाइफाइड के लिए किए जाने वाले विडाल टेस्ट की विश्वसनीयता कल्चर टेस्ट की तुलना में काफी पीछे है। इसलिए पीजीआई की लैब में इसका कल्चर किया जाएगा, जिसमें संक्रमण का स्ट्रेन चेक होगा। इसकी रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर अगली गाइडलाइन तय होगी।
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