डॉ. अविनाश बंसल
शरीर की गर्मी थर्मामीटर से तापमान लेकर नापी जाती है। तापमान में बढ़ोतरी, जिसे बुखार कहा जाता है, संक्रमण की निशानी हो सकती है।
अमरीका में शरीर का तापमान नापने के लिए साधारण रूप से उपयोग किया जाने वाला नाप डिग्री फेरेनहाइट (स्न) है। अन्य देश डिग्री सेंटिग्रेड (ष्ट) का उपयोग करते हैं। तापमान या तो थर्मामीटर का उपयोग मौखिक रूप से उसे मुंह में रखकर या कक्षिक रूप से उसे बगल में रखकर किया जाता है। उस स्थिति में शिशु का तापमान बगल में से ही लें, जब चिकित्सक ने कुछ और सलाह न दी हो। अपने स्थानीय ग्रोसरी या दवाई की दुकान से डिजिटल थर्मामीटर खरीदिये।
डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग कर शरीर का तापमान नापना :- मौखिक या मुंह का तापमान- तापमान मापने के 15 मिनट पहले मुंह में कुछ भी गरम या ठंडा न डालें। इससे पाठ्यांक (टेम्परेचर) पर असर पड़ सकता है। 1. थर्मामीटर को उसके डिब्बे से बाहर निकालिए। 2. थर्मामीटर को साबुन और पानी से रगडऩे के हाद अल्कोहल से साफ कीजिए। 3. थर्मामीटर को चालू कीजिए और यदि उपलब्ध हो तो उपयोग करके फेंक दिया जा सके, ऐसे कवर से इसे ढंक दीजिए। इस बात की जांच कर लें कि उसकी स्क्रीन पर पहले के पाठ्यांक तो नहीं दिख रहे हैं। 4. थर्मामीटर की नोंक जीभ के नीचे मुंह के पीछे के हिस्से में रखिए। 5. होंठ धीरे से थर्मामीटर के आसपास बंद कीजिए। काटिए नहीं। उसको ठीक से रखने के लिए हाथ से पकडऩे की जरूरत पड़ सकती है। 6. थर्मामीटर से बीप की आवाज आने तक उसे वहीं पर रखें। 7. थर्मामीटर निकाल लें। 8. विन्डो में दिख रहे अंक पढिय़े। ये अंक तापमान हैं। मुंह से शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री होता है। 9. यदि इसका रिकॉर्ड रखना है, तो तापमान लिख लीजिए। 10. उपयोग के बाद फैंक दिया जाने वाला कवर निकालकर कूड़ेदान में फैंक दीजिए। 11. थर्मामीटर को साबुन और पानी से रगडऩे के बाद अल्कोहल से साफ कीजिए। 12. थर्मामीटर को उसके डिब्बे में वापस रख दीजिए।
कक्षिक या बगल के नीचे तापमान- कक्षिक तापमान जांचने के लिए कसरत करने या नहाने के बाद 15 मिनट इंतजार कीजिए। इससे पाठ्यांक पर असर पड़ सकता है। 1. थर्मामीटर को उसके डिब्बे से बाहर निकालिए। 2. थर्मामीटर को साबुन और पानी से रगडऩे के बाद अल्कोहल से साफ कीजिए। 3. थर्मामीटर को चालू कीजिए और यदि उपलब्ध हो तो उपयोग करके फैंक दिया जा सके ऐसे कवर से इसे ढंक दीजिए। इस बात की जांच कर लें कि उसकी स्क्रीन पर पहले के पाठ्यांक तो नहीं दिख रहे हैं। 4. बगल को टिश्यू या किसी कपड़े से थपथपाकर सुखाइये। सुखाने के समय घिसें नहीं, क्योंकि घिसने से त्वचा गरम हो सकती है। 5. ढंकी हुई नोक को बाजू के नीचे रखकर बाजू को शरीर पर तिरछा टिकाइए। 6. थर्मामीटर से बीप की आवाज आने तक वहीं पर रखें। 7. थर्मामीटर हटा लें। 8. विन्डो में दिख रहे अंक पढि़ए। ये अंक तापमान हैं। बाजू के नीचे शरीर का सामान्य तापमान 97.5 डिग्री फे. है। 9. यदि इसका रिकॉर्ड रखना है, तो तापमान लिख लीजिए। 10. उपयोग के बाद फैंक दिया जाने वाला कवर निकालकर कूड़ेदान में फैंक दीजिए। 11. थर्मामीटर को साबुन और पानी से रगडऩे के बाद अल्कोहल से साफ कीजिए। 12. थर्मामीटर को उसके डिब्बे में वापिस रख लीजिए। (विनायक फीचर्स)