जिले का गांव रावस ब्राह्मण संक्रमित एरिया डिक्लेयर, सुअर फार्मों और संबंधित वस्तुओं की आवाजाही पर पाबंदी
पटियाला, 1 अगस्त। जिले में सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर का मामला सामने आने से हड़कंप मचा है। जिसके बाद गांव रावस ब्राह्मण का करीब 10 किलोमीटर एरिया तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पशुपालन विभाग ने गांव को संक्रमित क्षेत्र प्रशासन ने घोषित कर दिया है। तत्काल प्रभाव से सुअर फार्मों और संबंधित वस्तुओं की आवाजाही पर भी प्रशासन ने रोक लगा दी है। पटियाला की एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर (देहात) ईशा सिंघल ने यह आदेश जारी किए हैं। बताते हैं कि 31 जुलाई से 30 सितंबर तक लागू प्रतिबंधों के अनुसार, प्रभावित क्षेत्र से बाहर या प्रभावित क्षेत्र के बाहर से प्रभावित क्षेत्र में जीवित/मृत सूअरों (जंगली सूअर सहित), सूअर का मांस, चारा, कृषि संबंधी सामान/मशीनरी की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
एडीसी के आदेशानुसार, राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल द्वारा जारी रिपोर्टों के आधार पर रावस ब्राह्मण गांव में मामला सामने आया। आगे के सर्वेक्षण, निगरानी और संभावित कार्रवाई के लिए जिला पशुपालन विभाग द्वारा इन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी होगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और इस बीमारी को फैलने से रोकने में सहयोग करें। निर्देशों का उल्लंघन करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
अफ्रीकी स्वाइन फीवर कितना खतरनाक :
यह संक्रमण पालतू और जंगली सुअरों को प्रभावित करता है। इस बीमारी की मृत्यु दर 100% है। हालांकि अफ्रीकी स्वाइन फीवर इंसानों में नहीं फैलता। यह बुखार एक जानवर से दूसरे जानवर में छूने या बॉडी फ्लुइड के जरिए फैलता है। अफ्रीकन स्वाइन फीवर अत्यधिक घातक संक्रामक रोग है। जिसमें पालतू और जंगली सुअर की ही 5 से 6 दिन के भीतर मौत हो जाती है।
———