पंजाब/यूटर्न/9 नवंबर: भारतीय नागरिकों के विजिटर वीजा की अवधि को कनाडा सरकार ने एक महीने तक सीमित कर दिया है। इससे 4.5 लाख पंजाबियों पर संकट आ गया है। अब उन्हें हर साल टूरिस्ट वीजा लेना होगा। साथ ही एक माह में कनाडा छोडऩा होगा। यह कदम कनाडा सरकार ने वीजा प्रणाली में कड़े प्रावधान लागू करने के उद्देश्य से उठाया है। इससे भारतीय नागरिकों को लंबी अवधि के वीजा की सुविधा समाप्त हो जाएगी। इसका सबसे अधिक असर पंजाबी समुदाय के लोगों पर होगा, जिनका कनाडा आना-जाना लगा रहता है। कनाडा के वैंकुवर के रहने वाले नामचीन लेखक व पंजाबी चिंतक सुखविंदर सिंह चोहला का कहना है कि दो साल पहले जब से ब्याज दरें बढऩे लगीं, कई कनाडाई लोगों के लिए घर खरीदना असंभव हो गया। बड़े पैमाने पर आप्रवासन लहर के कारण कनाडा की जनसंख्या भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है।
60 फीसदी पंजाब मूल के
कनाडा वीजा एक्सपर्ट सुकांत का कहना है कि टूरिस्ट वीजा की अवधि दस साल खत्म होने का असर पंजाब पर सर्वाधिक होगा। कनाडा में 2021 में भारतीय लोगों को 2 लाख 36 हजार टूरिस्ट वीजा जारी किए गए थे, लेकिन 2022 में 393 फीसदी इजाफा हुआ और संखया 11 लाख 67 हजार पहुंच गई और 2023 में यह संखया 12 लाख पार कर गई थी, जिसमें 60 फीसदी से अधिक पंजाब मूल के हैं। हर साल 1.5 लाख बच्चे पढ़ाई के लिए पंजाब से कनाडा जाते हैं, वह भी प्रभावित होंगे। नए नियम से कनाडा में 10 लाख लोगों पर संकट आ गया है, जो विजिटर या मल्टीपल वीजा पर कनाडा में हैं। इसमें 4.5 लाख के करीब तो पंजाब मूल के हैं। चोहला का कहना है कि कनाडा सरकार ने भी इसमें पूरी तरह से तस्वीर साफ नहीं की है, क्या सुपर वीजा पर भी इसका असर होगा? सुपर वीजा उन लोगों को दिया जाता है, जिनके बच्चे कनाडा में पीआर हैं या सिटीजन हैं। वह बिना कनाडा छोड़े 5 साल तक धरती पर रह सकते हैं।
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हैडिग: 4.5 लाख पंजाबियों को एक माह में छोडऩा होगा कनाडा, विजिटर वीजा में बदलाव से आई मुसीबत (कुलवंत सिंह) पंजाब/यूटर्न/9 नवंबर: भारतीय नागरिकों के विजिटर वीजा की अवधि को कनाडा सरकार ने एक महीने तक सीमित कर दिया है। इससे 4.5 लाख पंजाबियों पर संकट आ गया है। अब उन्हें हर साल टूरिस्ट वीजा लेना होगा। साथ ही एक माह में कनाडा छोडऩा होगा। यह कदम कनाडा सरकार ने वीजा प्रणाली में कड़े प्रावधान लागू करने के उद्देश्य से उठाया है। इससे भारतीय नागरिकों को लंबी अवधि के वीजा की सुविधा समाप्त हो जाएगी। इसका सबसे अधिक असर पंजाबी समुदाय के लोगों पर होगा, जिनका कनाडा आना-जाना लगा रहता है। कनाडा के वैंकुवर के रहने वाले नामचीन लेखक व पंजाबी चिंतक सुखविंदर सिंह चोहला का कहना है कि दो साल पहले जब से ब्याज दरें बढऩे लगीं, कई कनाडाई लोगों के लिए घर खरीदना असंभव हो गया। बड़े पैमाने पर आप्रवासन लहर के कारण कनाडा की जनसंख्या भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। 60 फीसदी पंजाब मूल के कनाडा वीजा एक्सपर्ट सुकांत का कहना है कि टूरिस्ट वीजा की अवधि दस साल खत्म होने का असर पंजाब पर सर्वाधिक होगा। कनाडा में 2021 में भारतीय लोगों को 2 लाख 36 हजार टूरिस्ट वीजा जारी किए गए थे, लेकिन 2022 में 393 फीसदी इजाफा हुआ और संखया 11 लाख 67 हजार पहुंच गई और 2023 में यह संखया 12 लाख पार कर गई थी, जिसमें 60 फीसदी से अधिक पंजाब मूल के हैं। हर साल 1.5 लाख बच्चे पढ़ाई के लिए पंजाब से कनाडा जाते हैं, वह भी प्रभावित होंगे। नए नियम से कनाडा में 10 लाख लोगों पर संकट आ गया है, जो विजिटर या मल्टीपल वीजा पर कनाडा में हैं। इसमें 4.5 लाख के करीब तो पंजाब मूल के हैं। चोहला का कहना है कि कनाडा सरकार ने भी इसमें पूरी तरह से तस्वीर साफ नहीं की है, क्या सुपर वीजा पर भी इसका असर होगा? सुपर वीजा उन लोगों को दिया जाता है, जिनके बच्चे कनाडा में पीआर हैं या सिटीजन हैं। वह बिना कनाडा छोड़े 5 साल तक धरती पर रह सकते हैं। ——————
Kulwant Singh
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