पटियाला : शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस की फायरिंग, आंसू गैस के गोले भी छोड़े

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किसानों ने बैरिकेड तोड़े-तार उखाड़े तो पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी, प्लास्टिक की गोलियां चलाई, कई किसान हुए जख्मी

पटियाला 6 दिसंबर। यहां शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर दिन भर तनावपूर्ण माहौल बना रहा। आंदोलित किसान दिल्ली मार्च शुरु करने के करीब ढाई-तीन घंटे बाद पीछे हट गए हैं। हालांकि इस दौरान हरियाणा पुलिस ने जालीदार बैरिकडेगिंग कर रखी थी। बैरिकेड तोड़ने के अलावा किसानों ने उनके वाहन रोकने को लगाई लोहे की कीलें भी उखाड़ दी। जवाब में पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और प्लास्टिक की बुलेट भी चलाईं। इस दौरान छह-सात किसान जख्मी हो गए।

इसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे कई नेता घायल हुए हैं। लिहाजा हमने किसान जत्थे को वापस बुला लिया, अब दिल्ली मार्च को लेकर अगला फैसला बाद में लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसानों ने आज दोपहर को 101 किसानों का जत्था दिल्ली रवाना किया था। इसके बाद किसानों ने बैरिकेड और कंटीले तार उखाड़ दिए। इस पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके चलते सात किसान घायल हो गए। किसानों को दिल्ली कूच करने से रोकने के लिए खनौरी बॉर्डर पर 13 कंपनियां पुलिस की तैनात की गईं। उनके साथ ही बीएसएफ की तैनाती की गई। करीब 30 किमी के एरिया में तीन जगह यानी थ्री लेवल बैरिकेडिंग की गई थी।

हरियाणा पुलिस की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण सात किसान घायल हुए। जत्थे के अगुवाई कर रहे किसान नेता सुरजीत फूल भी चपेट में आ गए। बताते हैं कि दो किसानों की हालत ज्यादा खराब हो गई, उनको एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया। वहीं किसान आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए गीली बोरी लेकर आए थे, ताकि गोले के गिरते ही उस पर गीली बोरी फेंककर धुएं से बच सकें।

किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से जाना चाहते थे। हमें जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में जगह दे देते। हम वहां अपनी बात रख पाते। हमारे साथ क्या किया जा रहा, यह पूरी दुनिया देख रही है। पंधेर ने कहा कि हम आगे बढ़ेंगे। हमें उम्मीद है कि सरकार बातचीत का रास्ता खोलेगी। उन्होंने कहा कि अभी इंतजार कर रहे हैं, अगर दिल्ली नहीं जाने देते तो फिर हम से रणनीति बनाएंगे।

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