पार्टी इंचार्ज बाबरिया ने माना, 10 से लेकर 15 सीटों पर गलत टिकट बंटे, मुझे धांधली के मैसेज मिले थे
चंडीगढ़ 7 दिसंबर। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली में तीसरी बार चिंतन-मंथन किया। इस दौरान हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल रहे।
जानकारी के मुताबिक बाबरिया ने बताया कि बीमारी के कारण वह पिछली मीटिंगों में शामिल नहीं हो पाए थे। चुनाव में 10 से 15 सीटों पर टिकट वितरण गलत हुआ था। अगर सब मेरा दोष मान रहे हैं तो मैं अपनी जिम्मेदारी छोड़ सकता हूं। मैंने तो अपना इस्तीफा भी भेज दिया था। उन्होंने आगे कहा कि मुझे सुबह ही मैसेज आए थे कि कुछ सीटों पर धांधली हो रही है। वो मैसेज मैंने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को भेज दिए थे।
यहां काबिलेजिक्र है कि हरियाणा चुनाव में हार के कारणों कआ रिव्यू करने के लिए बनी कमेटी के कन्वीनर केसी भाटिया भी दिल्ली पहुंचे। मीटिंग से पहले उन्होंने बताया कि आज की मीटिंग में लीगल तरीके से जो हमने कोर्ट 16 याचिकाएं डाली हैं, उनको लेकर चर्चा होनी है। इसके अलावा मीटिंग में बातचीत में मुख्य मुद्दे, धर्म के नाम पर वोट, बंटोगे तो कटोगे, जरूरत से ज्यादा इलेक्शन में पैसा खर्च करना, ईवीएम में 99 फीसदी बैटरी जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। हरियाणा कांग्रेस के सह प्रभारी जितेंदर बघेल ने मीटिंग से पहले कहा कि कांग्रेस के संगठन और नेताओं में अनबन की गलत खबर फैलाई जाती हैं।
इसके पहले दिल्ली में 29 नवंबर को कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई थी। इसमें हरियाणा में पार्टी की हार को लेकर भी मंथन हुआ। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया आपसी एकता की कमी और एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी ने काफी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने संगठन मजबूती, अनुशासन और एकता के फॉर्मूले पर काम करने पर जोर दिया था। इस मीटिंग में राहुल गांधी के साथ सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा, रोहतक से सांसद दीपेंदर हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य नेता शामिल हुए थे। कांग्रेस हाईकमान ने चुनावों में हार का पता लगाने के लिए भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 3 मेंबरी कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी में कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन और हरीश चौधरी बतौर सदस्य शामिल हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हरियाणा के कांग्रेस विधायकों और विधानसभा चुनाव में पराजित उम्मीदवारों के साथ मीटिंग कर चुकी है।