हरियाना/यूटर्न/28 अगस्त: हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसे लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियों जोरों पर हैं। राज्य में दलित वोट को लेकर चल रही लड़ाई ने नया मोड़ ले लिया जब दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ हाथ मिला लिया और गठबंधन का ऐलान कर दिया। माना जा रहा है कि चौटाला का यह कदम जजपा को राहत देगा जिसके 10 में से 7 विधायक दूसरी पार्टियों का हाथ थाम चुके हैं। गठबंधन की घोषणा करने के बाद चंद्रशेखर ने जनता को संबोधित करने के दौरान चौटाला को फयूचर सीएम बता दिया। चौटाला और उनके समर्थक इस गठबंधन से भले ही खुश हों लेकिन हरियाणा की राजनीति में चंद्रशेखर की एंट्री ने कई सवाल भी खड़े किए हैं। राजनीतिक के जानकारों का एक वर्ग मानता है कि चंद्रशेखर हरियाणा में एक नए विकल्प की तरह सामने आ सकते हैं। वहीं, दूसरे वर्ग का मानना है कि चंद्रशेखर चौटाला को भी नुकसान ही पहुंचाएंगे और वोट काटने का काम करेंगे।
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