श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के मद्देनज़र, पंजाब के शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने केंद्रीय रेल मंत्रालय से पवित्र नगरी श्री आनंदपुर साहिब के लिए रेल सेवाएँ बढ़ाने की मांग की है, ताकि नौवें पातशाह और उनके अनन्य सेवक भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की अद्वितीय कुर्बानियों को नमन करने के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू को लिखे पत्र में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले इन ऐतिहासिक समागमों में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने अपने पत्र में नई दिल्ली से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवाओं को 15 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक दोगुना करने की मांग की। साथ ही उन्होंने देशभर के प्रमुख धार्मिक केंद्रों — तख्त श्री पटना साहिब, तख्त श्री हजूर साहिब नांदेड़ (महाराष्ट्र), श्री अमृतसर साहिब और अन्य प्रमुख शहरों — से विशेष यात्री रेलगाड़ियाँ चलाने की भी अपील की, ताकि 22 से 25 नवंबर 2025 तक श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले विशाल आयोजनों में आने-जाने वाली संगत को कोई कठिनाई न हो।
श्री आनंदपुर साहिब की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह नगरी श्री गुरु तेग बहादर जी द्वारा बसाई गई थी, जहाँ अत्याचार झेल रहे कश्मीरी पंडितों ने शरण और सुरक्षा की मांग की थी। इसी धरती से गुरु साहिब ने मानवता और अंतरात्मा की स्वतंत्रता के लिए दिल्ली की ओर अपनी अंतिम यात्रा आरंभ की थी। बाद में, गुरु जी का पवित्र शीश भाई जैता जी (बाबा जीवन सिंह जी) द्वारा अत्यंत श्रद्धा से श्री आनंदपुर साहिब वापस लाकर अंतिम संस्कार किया गया, जिससे यह भूमि विश्व इतिहास के सबसे पूजनीय अध्यायों में से एक की जीवंत मिसाल बन गई।
स बैंस ने कहा, “यह पवित्र भूमि उस कुर्बानी का जीवंत प्रतीक है जिसने हमारे राष्ट्र की नींव को परिभाषित किया। इसलिए हमारा पवित्र कर्तव्य है कि हम यह सुनिश्चित करें कि इस ऐतिहासिक अवसर पर माथा टेकने की इच्छा रखने वाला हर श्रद्धालु निर्बाध रूप से यहाँ पहुँच सके।”
शिक्षा मंत्री ने श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस को धार्मिक स्वतंत्रता और मानव मूल्यों के लिए गुरु जी की अद्वितीय शहादत को स्मरण करने का पावन अवसर बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से श्री आनंदपुर साहिब होते हुए अंब अंदौरा तक जाती है, इसलिए इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इसकी सेवाओं की आवृत्ति दोगुनी की जानी चाहिए।
अंत में स बैंस ने कहा कि यह पहल केवल यातायात व्यवस्था का प्रश्न नहीं है, बल्कि यह नैतिक साहस और धार्मिक एकता को सम्मान देने का कार्य है। उन्होंने कहा, “सभी धर्मों के अधिकारों की रक्षा के लिए शहादत देने वाले गुरु साहिब के चरणों में नतमस्तक होने वाली संगत को सुगम यात्रा सुविधा प्रदान करके हम उस सर्वोच्च नैतिक बहादुरी का सम्मान करते हैं जो हमारे बहुलतावादी राष्ट्र की आधारशिला है।”