नई दिल्ली, 1 अगस्त। हमास चीफ हानियेह की बुधवार को एयरस्ट्राइक में मौत के बाद ईरान में उन्हें वीरवार को अंतिम विदाई दी गई। तेहरान यूनिवर्सिटी में हानियेह का जनाजा अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।
यहां गौरतलब है कि हमास चीफ को आधिकारिक तौर पर जनता के सामने अंतिम विदाई दी गई। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने हानियेह के जनाजे के पास एक इस्लामी प्रार्थना सभा का आयोजन किया। ईरान में आमतौर पर सबसे वरिष्ठ कमांडर और अधिकारियों के लिए इसका आयोजन किया जाता है। हानियेह का शव आज ही कतर की राजधानी दोहा ले जाया जाएगा, जहां कल उनके शव को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने गुरुवार सुबह हानियेह के शव के सामने प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने हानियेह के बच्चों को गले से भी लगाया। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बताया कि हानियेह की मौत की जांच की जा रही है। इसकी रिपोर्ट जल्द ही पेश की जाएगी। तेहरान में ईरानी संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर गालिबाफ के संबोधन के साथ इस्माइल हानियेह का अंतिम संस्कार शुरू हो गया। इसमें हजारों लोग इकट्ठा हुए।
गालिबाफ ने हानियेह को पूरी दुनिया में फिलिस्तीन के लोगों की आवाज बताया। उन्होंने कहा कि हानियेह की हत्या का जवाब सही समय और सही जगह पर दिया जाएगा। हमास चीफ हानियेह की हत्या के बाद मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर लेबनान की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।
दूतावास ने कहा कि सभी भारतीय नागरिकों और लेबनान की यात्रा का प्लान बनाने वाले लोगों को सलाह दी जाती है। वह आवाजाही सीमित रखें और अपने ईमेल आईडी cons.beirut@mea.gov.in या आपातकालीन फोन नंबर +96176860128 के माध्यम से बेरूत में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें। कुल मिलाकर लेबनान में तनाव के माहौल को देखते हुए तमाम देशों की नजर उधर लगी है।
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