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टैक्स हेरफेर संकेतों के तहत गुप्ता म्यूजिक कैफे शोरुम व घर पर जीएसटी विभाग की रेड, कब्जे में लिए दस्तावेज

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इलेक्ट्रानिक कारोबारी अब जीएसटी विभाग की रडार पर

लुधियाना में मोबाइल कारोबारी इंटरनेशनल व रिफर्बिश्ड मोबाइलों के जरिए कर रहे मोटी कमाई

(राजदीप सिंह सैनी)
लुधियाना 6 नवंबर। ज्वैलर्स और स्टोर मालिकों के बाद अब जीएसटी विभाग की रडार पर इलेक्ट्रानिक कारोबारी आ चुके हैं। जिसके तहत बुधवार को जीएसटी विभाग के जालंधर मोबाइल विंग ने लुधियाना के माता रानी चौक स्थित नामी शोरुम गुप्ता म्यूजिक कैफे पर रेड की। रेड के दौरान किसी को भी शोरुम से बाहर जाने व अंदर आने की परमिशन नहीं थी। चर्चा है कि  जीएसटी विभाग को गुप्ता म्यूजिक कैफे के मालिक विशाल गुप्ता द्वारा टैक्स चोरी करने के संकेत हैं। जिसके चलते विभाग द्वारा यह एक्शन लिया जा रहा है। विभाग की करीब पांच घंटे तक जांच जारी रही। इसी के साथ साथ विभाग की और से शोरुम मालिक विशाल गुप्ता के भारत नगर चौक के पास स्थित कोठी पर भी रेड की। इस दौरान विभाग द्वारा शोरुम में किए जा रहे इलेक्ट्रानिक सामान के व्यापार के बिल चैक किए, वहीं पुराना रिकॉर्ड भी खंगाला गया। दोपहर बाद विभाग की रेड खत्म हुई। इस दौरान अधिकारी अपने साथ भी कुछ दस्तावेज लेकर गए हैं। जिसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही असलियत सामने आ सकेगी। हालांकि रेड के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा कुछ ज्यादा नहीं बताया गया।

बैंक खातों व खरीद फिरौख्त की हो रही जांच
चर्चा है कि रेड के दौरान विभाग की और से गुप्ता म्यूजिक कैफे और उसके मालिक के बैंक खातों की जानकारी भी ली गई है। बैंक खातों की ट्रांजेक्शन खंगाली जा रही है। इसी के साथ साथ कितनी सामान खरीदा गया और कितना बेचा गया, इसकी भी जांच की जा रही है। इस रेड के दौरान उक्त कारोबारी की प्रॉपर्टियों की भी जानकारी जुटाई जा रही है। चर्चा है कि इलेक्ट्रानिक कारोबारियों द्वारा बड़े सत्र पर जीएसटी टैक्स में हेरफेर किया जा रहा है। जिसके चलते आने वाले दिनों में और भी कई कारोबारियों पर यह रेड होने की आशंका है।

ऑनलाइन सस्ते मोबाइल खरीदकर बेचते हैं महंगा
वहीं चर्चा है कि लुधियाना के कई इलेक्ट्रानिक कारोबारियों द्वारा नया कारोबार शुरु किया है। जिसमें उनकी और से ऑनलाइन कम रेट पर कई लोगों के जरिए 30-40 पीस मोबाइल के खरीद लिए जाते हैं। जिसमें अलग अलग लोगों के बैंक खातों से पेमेंट दी जाती है। जिसके बाद वह मोबाइल शोरुम पर रख लिए जाते हैं। फिर उन मोबाइलों को महंगे दाम पर बेचा जाता है और साथ में अपनी दुकान का बिल काटकर दिया जाता है।

इंटरनेशनल मोबाइलों की धड़ल्ले से हो रही मार्केटिंग
चर्चा है कि माता रानी चौक के आसपास कई दुकानदारों द्वारा एप्पल जैसे कीमती फोन विदेशों से मंगवाए जाते हैं। वहां से वह 30 से 40 हजार रुपए सस्ते मंगवा लिए जाते हैं। जिसके बाद उन्हें यहां पर बिना बिल दिए 20 से 30 हजार रुपए अपना मार्जन रखकर बेच भी दिए जाते हैं। जिसे आसान भाषा में भारत में इंटरनेशनल मोबाइल भी कहा जाता है। इसी के जरिए इलेक्ट्रानिक व्यापारियों द्वारा हर महीने लाखों रुपए सरकार को चुना लगाया जा रहा है। चर्चा है कि माता रानी चौक के कई दुकानदार यही कारोबार कर रहे हैं। जीएसटी विभाग व इनकम टैक्स विभाग को इस पर नजर डालने की जरुरत है।

रिफर्बिश्ड के जरिए हो रही मोटी कमाई
चर्चा है कि माता रानी चौक के कई कारोबारियों द्वारा विदेशों से किट मंगवाई जाती है, जिसे रिफर्बिश्ड मोबाइल भी कहा जाता है। उक्त मंगवाई गई किट में मोबाइल होते हैं, लेकिन  उनमें बैटरी नहीं होती। भारत लाने के बाद उन्हें असेंबल कर दिया जाता है। जिसके बाद उन्हें बिना बिल काटे स्वैपिंग अनटच पीस बताकर महंगे दाम में बेच दिया जाता है। इस तरह करके भी कारोबारी केंद्र व पंजाब सरकार को जीएसटी व इनकम टैक्स के जरिए भारी नुकसान पहुंचा जा रहे हैं।

17 नवंबर को व्यापारी करेगें बैठक

वहीं रेड के दौरान पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मेहरा मौके पर पहुंचे। सुनील मेहरा ने कहा कि इलेक्ट्रानिक कारोबारी पर हुई रेड काफी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह सरकारी तंत्र व्यापारियों को परेशान करता रहा, तो व्यापार कैसे होगा। जिसके चलते उनकी और से अमृतसर में 17 नवंबर को व्यापार मंडल की बैठक रखी है। जिसमें पंजाब के सभी व्यापारी हिस्सा लेंगे। इस बैठक में विभागों की धक्केशाही पर विचार किया जाएगा।

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