चंडीगढ/यूटर्न /14 जून: चंडीगढ में नगर निगम चुनाव में आप पार्टी ने लोगों को गारंटी दी थी कि उनका मेयर बनने पर मुफत पानी व पार्किग फ्री कर दी जायेगी,उनके चंडीगढ के प्रसाशक बनवारी लाल पुरोहित ने आप गारंटी को दरकिनार करते हुए कहा कि नगर निगम की वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद ऐसा करना मुशकिल है। इसके लिए दाम तय कर दिए गए हैं। प्रशासक ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ 24 घंटे पानी की परियोजना, वाटर सप्लाई के रखरखाव पर आ रहे खर्च, नगर निगम की कमाई और घाटे की विस्तृत समीक्षा की। नगर निगम ने प्रशासक को बताया कि घर-घर तक पानी पहुंचाने में निगम पहले ही करोड़ों के घाटे में है। वर्ष 2022-23 में 118 करोड़ का घाटा था, जो 2023-24 में घटकर 97 करोड़ हुआ लेकिन वर्ष 2024-25 में इस घाटे के 157 करोड़ तक पहुंचने की उंमीद है। इसके अलावा शहर में 24 घंटे पानी की परियोजना के लिए नगर निगम ने एएफडी से कर्ज ले रखा है। मार्च 2024 में कर्ज की पहली किस्त करीब एक मिलियन यूरो भी नगर निगम को मिल चुकी है। इस लोन को 15 जनवरी 2018 से 30 सामान सेमी-एनुअल इंस्टॉलमेंट में चुकाना है।
डकशत जमा नही हुई तो डिफाल्ट ब्याज भी देना पडेगा
अगर कर्ज की किस्त समय पर नहीं चुकाई जाती है तो देरी से भुगतान करने पर जुर्माना और डिफॉल्ट ब्याज भी देना होगा। अधिकारियों ने देखा कि नगर निगम का खर्च साल दर साल बढ़ रहा है लेकिन उस अनुपात में कमाई नहीं बढ़ पा रही है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासक ने एमसी एक्ट-1994 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए सदन से पारित मुफत पानी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
20 हजार लीटर मुफ्त पानी दिया तो सालाना 19.70 करोड़ का खर्च
नगर निगम ने प्रशासक को यह भी बताया कि अगर शहर वासियों को 20 हजार लीटर मुफत पानी दिया जाता है तो इस पर कितना खर्च आएगा। बताया कि चंडीगढ़ में कुल करीब 1,64,926 पानी के कनेक्शन है। अगर इसे वर्तमान पानी के रेट के हिसाब से जोड़ेंगे तो करीब 16.42 करोड़ का सालाना खर्च आएगा। इस पर 20 फीसदी सीवरेज सेस को जोड़ दें तो हर साल कुल करीब 19.70 करोड़ का घाटा होगा। प्रशासक को बताया कि निगम की अधिकतम कमाई पानी के बिल और प्रॉपर्टी टैक्स से ही आती है।मेयर बनने के बाद 11 मार्च को कुलदीप कुमार ने पहली जनरल हाउस की बैठक बुलाई थी। बैठक काफी हंगामेदार रही थी। इस वजह से एक-एक कर भाजपा के लगभग सभी पार्षदों को निलंबित कर दिया गया था और फिर 20 हजार लीटर मुफत पानी और पार्किंग मुफत करने का टेबल एजेंडा पास किया गया था।
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