बोले जा प्यारे ! बम भोले !!

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

आषाढ़ निकल गया । सावन शुरू हो गया है। वो ही सावन जो लाखों का होता है और दो टकियों की नौकरी के फेर में बर्बाद हो जाता है। इस सावन का पहला सोमवार भोले बाबा के नाम है। मंगलवार इस देश की बैशाखा सरकार के नाम होगा ,क्योंकि मंगलवार को सरकार देश की जनता के लिए एक लंगड़ा बजट लेकर आने वाली है। मेरी पशोपेश ये है कि मै लिखूं तो आखिर किस मुद्दे पर लिखूं ? क्योंकि हमारे देश में मुद्दे घड़ी-घड़ी बदलते हैं। जब तक एक मुद्दे के बारे में सोचो ,तब तक दूसरा मुद्दा सिर तानकर खड़ा हो जाता है।

उत्तर प्रदेश में भोला भंडारियों के लिए सरकार के तुगलगी फरमान के बारे में लिख चुका हूँ। सरकार को सामाजिक समरसता से ज्यादा फ़िक्र भोले के भक्तों का धर्म भ्र्ष्ट होने की थी, सो मुजफ्फर नगर के सभी रेहड़ी,ठेले वालों तक को अपने-अपने नाम लिखकर टांगने का फरमान दे दिया गया। इस मांमले में चूंकि सुप्रीम कोर्ट तक बात पहुँच चुकी है ,इसलिए मैंने इस मुद्दे को छोड़ दिया है । इस मुद्दे पर अब फैसला या तो सुप्रीम कोर्ट करेगा या फिर आने वाले दिनों में सूबे की जनता। जनता को आने वाले दिनों में विधानसभा की 10 सीटों के लिए होने वाले उप चुनावों में मतदान करना है।

आपको पता है कि भोले बाबा के सामने शायद हिन्दू-मुसलमान का मुद्दा कभी आया ही नहीं। बेचारे पहली बार फंसे हैं इस फेर में। वो भी योगी आदित्यनाथ की वजह से। योगी जी भी भोले बाबा के भक्त हैं और वे भी जो आजकल मुस्लिम विरोधी कहे जाते हैं। देखना ये है कि योगी जी कितने दिन भोले के भक्तों को मुसलमानों की दुकानों से दूर रख पाते हैं ? कितने दिन हिन्दू मुसलमान के यहां पंचर ठीक करने नहीं जाते ? कितने दिनों मुसलमानों के ठेलों से फल ,साग-सब्जी नहीं खरीदते ? कितने दिन उनसे बैल्डिंग नहीं कराते ? कितने दिन मुसलमानों से दूसरी सेवाएं नहीं लेते ?

भोले बाबा को छोड़िये अब अमित शाह साहब की बात कर लें। वे भी आजकल खूब बम-बम कर रहे है। लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद उनका बमकना कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। अपने बाप की उम्र के शरद पंवार पर वे खूब बमके । उन्हें भ्र्ष्टाचार का सरदार बता दिया। मजबूरी कुछ भी करा सकती है आदमी से। महाराष्ट्र जीतने के लिए शाह साहब सब कुछ हारने के लिए तैयार दिखाई दे रहे हैं। वे कभी अपनी पार्टी के पुराने साथी उद्धव ठाकरे पर बमकते हैं तो कभी शरद पंवार पर। कांग्रेस का भूत तो उनके सिर से उतरने का नाम ही नहीं लेता। आदमी दूध से जलने के बाद छाछ भी फूंक-फूंककर पीता है लेकिन बन्दा है कि सब कुछ गर्मागर्म पी लेना चाहता है ,भले ही जबान और जुबान दोनों जलकर राख हो जाएँ।

बमकने के मामले में इंडिया गठबंधन वाले भी कम नहीं है। ममता दीदी को ही लीजिये। उन्होंने बमकते हुए कह दिया है कि बांग्लादेश से जो भी शरणार्थी आएंगे उन्हें उनकी सरकार पूरा संरक्षण देगी। शरणार्थियों को शरण देना हमारे देश की सनातन नीति है लेकिन आजकल की सरकार की विदेश नीति से मेल नहीं खाती। सनातन कहानियों में त्रेता में राम ने बिभीषण को शरण दी और आज हम हैं कि किसी को शरण नहीं देना चाहते। और देना भी चाहते हैं तो पहले उनकी पूँछ उठाकर देखना चाहते हैं कि वे हिन्दू हैं या नहीं ? जाहिर है कि शरणार्थियों के मामले में हमारे यहां देश और राजनीतिक दल एक राय नहीं हैं। हो भी नहीं सकते। होना भी नहीं चाहिए।

इधर आप आज भोले बाबा पर बेलपत्र चढ़ाकर फारिग होंगे उधर कल 23 जुलाई को केंद्र सरकार अपना सीतारामी बजट लेकर आपके ऊपर बमकेगी। आप बजट में राहत की उम्मीद लगाकर बैठे हैं। आपको लगता है कि सरकार का बजट बजटपूर्व की हलुवा सेरेमनी जैसा मीठा होगा ,लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं है। सरकार आपकी नहीं अडानी और अम्बानी की चिंता पहले करेगी। करना भी चाहिए। आप केवल वोट देते हैं और अडानी-अम्बानी टेम्पो में भर-भरकर नोट देते हैं राजनीतिक दलों को। ये बात हम नहीं कहते,हमारे भाग्यविधाता,अविनाशी प्रधानमंत्री जीने खुद कही है । आपको यदि उनके सूत्रवाक्य सुनना हों तो गूगल खंगाल लीजिये। आजकल आप जो भी अच्छा-बुरा बोलते हैं वो सब ‘ गूगल अक्षय पात्र ‘ में संग्रहित हो जाता है।

देश में सर्वाधिक बमकने वाले दिल्ली के मुख्यमत्री अरविंद केजरीवाल का बमकना आजकल कम हो गया है ,लेकिन उनकी पार्टी बमक रही है । आप का कहना है कि कोई है जो केजरीवाल को हलाल करने की कोशिश कर रहा है । केजरीवाल का स्वास्थ्य खराब है। उनका वजन गिर रहा है। लेकिन सरकार और सरकारी पार्टी इसे केजरीवाल का नाटक बता रही है। ‘ खग जाने खग की भाषा ‘ । केजरीवाल आखिर एक जमाने में सरकारी पार्टी की ‘ बी ‘ टीम की तरह काम करते थे । वे आजकल आईएनडीआईए गठबंधन में हों लेकिन हैं तो आधे-अधूरे ही। भगवान भोले नाथ उनकी रक्षा करें।

एक हकीकत ये है कि 2024 के आम चुनाव तक देश राम भरोसे चल रहा था, लेकिन चुनाव के बाद देश भगवान भोलेनाथ के भरोसे चल रहा है। आने वाले दिनों में हमें देशज राजनीति में भोले की माया ही देखने को मिलेगी । फिर भले ही यूपी में विधानसभा के उपचुनाव हों या महाराष्ट्र,झारखण्ड और बिहार में विधानसभाओं के चुनाव। यूपी में बाबा विश्वनाथ हैं, तो महाराष्ट्र में भीमाशंकर और बिहार में भोले बैद्यनाथ के रूप में विराजमान हैं ,भोले की मर्जी सिर्फ भोले जानते हैं। आम जनता को तो केवल कांवड़ ढोना है। बम-बम करना है। अब देखिये सावन में क्या गुल खिलते हैं मेघराज इंद्र ?

@ राकेश अचल

achalrakesh1959@gmail.com

हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —

हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —