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ग्लाडा ने इललीगल इमारतें तोड़ी, एक रातों-रात फिर बनी

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यह ‘आप’ की नहीं, सिर्फ बाहुबलियों की सरकार लगती है

लुधियाना 22 जुलाई। महानगर में धड़ल्ले से बन रही इमारतों और कालोनियों को देखकर तो यही लगता है कि पंजाब में आम आदमी की सरकार तो नहीं है। साउथ सिटी इलाके में नेशनल हाइवे पर कुछ दिनों पहले ग्लाडा ने इललीगल तरीके से बनी 8 इमारतों को ढाह दिया था। रविवार को आधी रात यानि 12 बजे उनमें से एक इमारत को फिर से बनाया जा रहा था। जब लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो पीसीआर टीम ने मौके पर पहुंचकर उसका निर्माण कार्य किसी तरह रुकवाया।
नेशनल हाइवे की पैट्रोलिंग पार्टी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और तस्वीरें लेकर वीडियो बनाया। यहां काबिलेजिक्र है कि यह मामला पहले से ही हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हाईकोर्ट ने भी नेशनल हाईवे क्रॉसिंग के पास साउथ सिटी में इन अवैध निर्माणों को लेकर गंभीरता से लिया था। बीती रात इसी जगह पर ढहाई जा चुकी इमारत को फिर से बनाने के मामले में लुधियाना सिटीजन कौंसिल ने आगे आकर एक्शन लिया। कौंसिल ने इस मामले में ग्लाडा, एनएचएआई से लेकर डीजीपी और मुख्यमंत्री तक शिकायत की। गौरतलब है कि वरिष्ठ समाजसेवी दर्शन अरोड़ा कौंसिल के चेयरमैन हैं। जबकि संस्था के प्रेसिडेंट आईएस खन्ना, वाइस चेयरमैन अशोक धीर और डिप्टी चेयरमैन डॉ.कमलजीत सोई भी जाने-माने समाजसेवी हैं।
खैर, कौंसिल की पहल पर यह इललीगल इमारत फिर से बनने से रुक गई। सबसे बड़ा सवाल महानगर निवासियों का यही है कि आखिर पंजाब में आम आदमी पार्टी यानि आम लोगों के हकों की हिमायत करने वाली सरकार है या लैंड-माफिया और बाहुबलियों की पैरोकारी करने वाले लोग सत्ता संभाल रहे हैं। यहां गौरतलब है कि लुधियाना वैस्ट विधानसभा हल्के के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी आप यानि सत्ताधारी पार्टी के प्रतिनिधि हैं। वह स्थानक कमेटी के चेयरमैन भी हैं। लिहाजा नगर निगम से लेकर ग्लाडा, पुडा, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट तक स्थानीय निकाय के सभी विभाग के मंत्री के बाद विधायक गोगी सबसे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि हैं।
ऐसे में शहरियों के बीच यह चर्चा आम है कि आखिर शासन, प्रशासन के साथ ही विधायक गोगी इस मुद्दे पर क्यों सख्त कार्रवाई नहीं करते हैं। आम आदमी अगर अपनी रिहायशी इमारत में भी बिना इजाजत कोई बदलाव करता है तो स्थानीय निकाय विभाग फौरन उसके खिलाफ कार्रवाई कर देता है। जबकि इललीगल कमर्शियल इमारतें या कालोनियां धड़ल्ले से बनाने वालों का समय रहते कोई बाला-बांका नहीं कर पाता है।
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