ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम को बड़ी कामयाबी
190 ग्राम हेरोइन, 4 लाख 90 हजार ड्रग मनी, तीन पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक फॉर्च्यूनर कार, एक बेटों कार और एक मोटर साइकिल बरामद
संदीप सैंडी
चंडीगढ़ 24 March : -चंडीगढ़ पुलिस का अहम विभाग माने जाने वाले ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली। जब पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, राजू बासौदी और वकांत गर्ग के अंतरराज्यीय गुर्गों के तीन सदस्यों का पर्दाफाश कर 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियो की पहचान सैक्टर 38 वेस्ट के रहने वाले 26 वर्षीय दीपक थापा उर्फ कांचा, झामपुर मोहाली निवासी 30 वर्षीय राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी, धनास के रहने वाले 32 वर्षीय धर्मेंद्र सिंह, मटौर मोहाली निवासी 29 वर्षीय राहुल उर्फ मोटा और मौली जागरा के रहने वाले 27 वर्षीय नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार सोमवार को सैक्टर 26 स्थित ऑपरेशन सैल में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी ऑपरेशन गीतांजलि खंडेलवाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपी नरेंद्र के कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन वारदात में इस्तेमाल एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल, दीपक उर्फ कांचा के कब्जे से 4 लाख 40 हजार रुपए की ड्रग मनी, एक देसी कट्टा एक जिंदा कारतूस, जिसके खिलाफ थाना मलोया में थाना एएनटीएफ पुलिस में मामला दर्ज है। राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी के कब्जे से एक पिस्टल और एक ड्रग मनी से खरीदी गई फॉर्च्यूनर कार, के अलावा थाना सारंगपुर में पंजाब के जिला मोहाली के एसटीएफ में और थाना 11 में मामला दर्ज है। पकड़ा गया आरोपी मोहाली के एसटीएफ के मामले में मोहाली कोर्ट से पीओ घोषित भी किया गया है। धर्मेंद्र के कब्जे से 140 ग्राम हेरोइन, 50 हजार रुपए की ड्रग मनी ड्रग मनी से खरीदी गई एक बेटों कार, आरोपी धर्मेंद्र के खिलाफ जिसके खिलाफ चंडीगढ़ के अलग अलग थानों में 8 मामले दर्ज है। और आरोपी सोनू मर्डर केस का पीओ भी है। इसके अलावा थाना 11 के मर्डर और आर्मस एक्ट केस और थाना 34 के मर्डर और आर्मस एक्ट केस में भी पीओ घोषित किया गया है। आरोपी राहुल के कब्जे से एक देसी पिस्टल एक जिंदा कारतूस बरामद किया। पकड़ा गया आरोपी राहुल अलगअलग क्लबों में बाउंसर का काम करता था। और अदालत द्वारा आरोपी को थाना सारंगपुर में हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में पीओ है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी राहुल गैंगस्टर वकांत गर्ग से संबंध रखता है। जिसने 2025 में अंबाला में बीएसपी नेता की हत्या करने का आरोप था। और 5 लाख रुपए का इनाम भी रखा है।
क्या था मामला:-क्या था मामला जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ पुलिस की एसपी ऑपरेशन गीतांजलि खंडेलवाल डीएसपी ऑपरेशन विकास श्योकंद की सुपरविजन में ऑपरेशन सैल के इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने 7 मार्च 2025 को सेक्टर 48 स्थित एक प्राइवेट स्कूल इनर मोटर मार्केट के पास नाका लगा रखा था। ऑपरेशन सेल की टीम ने एक युवक को मोटरसाइकिल पर सवार होकर आते देखा। पुलिस पार्टी को देखकर उसने तेजी से पीछे मुड़ने की कोशिश की लेकिन सवार को पुलिस पार्टी ने पकड़ लिया और उसने पॉलीथिन फेंकने की कोशिश की। पॉलीथिन की जांच के दौरान उसके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। पूछने पर उसने अपना नाम नरिंदर कुमार बताया। पुलिस ने तुरंत मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, पूछताछ के दौरान नरिंदर कुमार ने खुलासा किया कि उसने उक्त प्रतिबंधित पदार्थ/ड्रग्स दीपक थापा उर्फ कांचा, सेक्टर-38 वेस्ट, चंडीगढ़ निवासी से खरीदा था। उसकी पहचान पर आरोपी दीपक थापा को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से 4,40,000/- रुपये की ड्रग्स मनी और एक पिस्टल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी दीपक थापा उर्फ कांचा पिछले 15-16 दिन पहले मॉडल जेल से जमानत पर आया। वर्ष 2018 में उसने अपने गिरोह के 3-4 सदस्यों के साथ मिलकर नयागांव से एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। इसके अलावा वह चंडीगढ़ में हत्या के प्रयास के एक मामले में भी शामिल रहा। जिसके खिलाफ थाना मलोया में मामला दर्ज है। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी निवासी झामपुर (पंजाब) इनका सहयोगी है। और ट्राईसिटी में कई आपराधिक मामलों में शामिल है। इस सूचना पर ऑपरेशन सेल की टीम ने आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी को गिरफ्तार करने और ट्राईसिटी क्षेत्र में सक्रिय ड्रग तस्करों के उनके गठजोड़ को तोड़ने के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास किए। 18 मार्च 2025 को टीम ने खाटू श्याम, राजस्थान से आरोपी को गिरफ्तार करके बड़ी सफलता हासिल की। आगे की जांच के दौरान आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी की निशानदेही पर एक पिस्टल और फॉर्च्यूनर कार चंडीगढ़ नंबर बरामद की गई। जिसे ड्रग मनी से खरीदा गया था। और उसी का इस्तेमाल ड्रग्स की आपूर्ति के लिए किया जाता था। वह ऋषिकेश, एमपी, जयपुर और खाटू श्याम में छिपता रहता था। आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी मुकदमे के दौरान फरार हो गया था और अदालत एसएएस नगर, मोहाली (पंजाब) ने उसे 28 मार्च 2024 को पीओ घोषित किया था। पंजाब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी चंडीगढ़ के सेक्टर-25 में हुई हत्या के मामले में भी शामिल है। आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी ने अपने 8/10 दोस्तों के साथ मिलकर चंडीगढ़ के सेक्टर-25 निवासी अजय कुमार नामक युवक पर हमला किया था। पीड़ित को गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस संबंध में उसके और उसके दोस्तों के खिलाफ थाना-11, चंडीगढ़ में दिनांक 05.12.2023 दर्ज किया गया था। जो न्यायालय में विचाराधीन है। 22 मार्च 2025 (धर्मेंद्र सिंह थाना-11, चंडीगढ़ के अजय हत्याकांड में वांछित था। पूछताछ के दौरान आरोपी राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी ने कई अपराधों में अपने सहयोगी के रूप में आरोपी धर्मेंद्र सिंह निवासी स्मॉल फ्लैट, धनास, चंडीगढ़ और लुधियाना (पंजाब) का नाम बताया। इस सूचना पर ऑपरेशन सेल की टीम ने आरोपी धर्मेंद्र सिंह को लुधियाना (पंजाब) से गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 140 ग्राम हेरोइन बरामद की। उसकी निशानदेही पर 50,000 रुपये की ड्रग मनी और एक वेंटो कार बरामद की गई। वह कई हत्या, आर्मस एक्ट और एनडीपीएस मामलों में शामिल था और हाई प्रोफाइल सोनू शाह हत्याकांड में पीओ था।, जो लॉरेंस बिश्नोई गिरोह द्वारा किया गया था। जब आरोपी धर्मेंद्र सिंह जेल में था। तो उसकी मुलाकात राजिंदर सिंह उर्फ गोल्डी से हुई और दोनों करीबी दोस्त बन गए क्योंकि दोनों ड्रग तस्करी में शामिल थे और उनका आपराधिक रिकॉर्ड भी है। आरोपी धर्मेंद्र ने अपराध करने के लिए बरेली (यूपी) से देसी पिस्टल खरीदी थी। जिसे बरामद कर लिया गया है। चंडीगढ़ पुलिस पिछले 3-4 महीनों से उसकी तलाश कर रही थी। वह फोन का इस्तेमाल नहीं करता था। बल्कि केवल विभिन्न इंटरनेट ऐप का इस्तेमाल करता था और अपनी पहचान छिपाता था। आरोपी धर्मेंद्र सिंह के खुलासे के बयान पर उसके सहयोगी आरोपी राहुल उर्फ मोटा निवासी गांव-मटौर (पंजाब) उम्र 30 साल को सेक्टर-56, चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया। यूटी पुलिस के ऑपरेशन सैल की टीम द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण कार्य के चलते पुलिस के आला अधिकारियो ने प्रशंसा की है। और इस टीम में कार्य करने वालों को चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी सम्मानित भी कर सकते हैं।