चंडीगढ/यूटर्न/3 अगस्त: रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विसेज (राइट्स) ने ट्राइसिटी में मेट्रो परियोजना के अलावा सेक्टर-17 में बढ़ रहे वाहनों के दबाव को लेकर भी प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी है। इसमें उन्होंने सेक्टर-17 में चार स्थानों पर मल्टी-लेवल कार पार्किंग (एमएलसीपी) बनाने का प्रस्ताव दिया है। दावा है कि इससे पार्किंग की समस्या खत्म हो जाएगी, क्योंकि भविष्य में सेक्टर-17 में वाहनों का दबाव बढ़ेगा। पार्किंग के अलावा सार्वजनिक परिवहन कनेक्टिविटी का प्रस्ताव है। राइट्स की रिपोर्ट के अनुसार, सेक्टर-17 में वाहनों का दबाव कम करने के लिए कई बदलाव करने होंगे। सबसे ज्यादा फोकस वाहनों की गतिविधि को कम करने पर होना चाहिए ताकि लोग पैदल सफर कर सकें। सेक्टर-17 और इसके आसपास के सेक्टर-9, 16, 18, 22 और रोज गार्डन में पैदल यात्री और गैर-मोटर चालित वाहनों के लिए कनेक्टिविटी प्रस्तावित की गई है। रोज गार्डन (सेक्टर-16) और सेक्टर-22 में पैदल यात्रियों और एनएमवी के लिए अंडरपास प्रस्तावित किया गया है। वहीं, फुटपाथ, पैदल यात्री सुविधाएं, साइकिल ट्रैक और सार्वजनिक बाइक शेयरिंग योजना का प्रावधान एनएमटी (नॉन-मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट) योजना का हिस्सा है।
पैदल चलने के बुनियादी ढांचे के लिए सिफारिशें
सडक़ के दोनों ओर 1.5 मीटर से 2 मीटर का फुटपाथ बनाया जाना चाहिए
फुटपाथों को 150 मिमी की ऊंचाई के अनमाउंटेबल कर्ब द्वारा ऊंचा किया जाना चाहिए
जहां भी फुटपाथ खत्म होते हैं, उन्हें टेबल टॉप क्रॉसिंग द्वारा ऊंचा किया जाना चाहिए
वाहन फुटपाथ पर न आए, ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए
हर 1 किमी की दूरी पर पैदल यात्रियों को पार करने की अनुमति देने के लिए पैदल यात्री क्रॉसिंग सिग्नल होना चाहिए
इन चार जगहों पर मल्टी-लेवल कार पार्किंग का प्रस्ताव
आनंद सिनेमा के पास (2 लेवल) : 334 कारों की पार्किंग की क्षमता
ओल्ड केसी सिनेमा के पास (2 लेवल) : 334 कारों की पार्किंग की क्षमता
इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन के पास (ऑटोमेटेड) : चार बेसमेंट समेत 1500 कारों की पार्किंग की क्षमता
आईएसबीटी और परेड ग्राउंड के बीच : चार बेसमेंट समेत 1480 कारें कारों की पार्किंग की क्षमता
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