हरियाना/यूटर्न/13 सितंबर: फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस का टिकट कटने के बाद पूर्व विधायक ललित नागर ने आज तिगांव की एक वाटिका में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। जहां ललित नागर भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है। जबकि उन्होंने विधायक रहते हुए इलाके के विकास में कोई कमी नहीं रहने दी। हारने के बाद भी वे घर-घर जाकर लोगों से मिलते रहे। उन्होंने कभी भी किसी के मान-सनमान को ठेस नहीं पहुंचाई। उन्हें भरोसा था कि इस बार टिकट अवश्य मिलेगा। लेकिन कांग्रेस ने उनके साथ छल किया और अंतिम लिस्ट में नाम काट दिया।
36 बिरादरी का साथ मिला तो जीतेंगे
उन्होंने लोगों से कहा कि यदि उनके इलाके की 36 बिरादरी चाहती है तो वे चुनाव लड़ेंगे। यदि 36 बिरादरी चुनाव लडऩे के लिए मना करेगी तो नहीं लड़ेंगे। उनके पांव में चोट लगी हुई है, इसलिए आप सभी को ही ललित नागर और नागर का हाथ-पांव बनकर चुनाव लडऩा पड़ेगा। यदि उनकी चुनाव लडऩे के लिए हां है तो वे उनके हवन यज्ञ में आहुति डालें। जिसके बाद मौजूद समर्थकों ने निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए हामी भर दी। उनके हवन यज्ञ में आहुति डाली। इसके बाद में ललित नागर ने समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया। नागर से पूछा गया कि आप भरी सभा क्यों रोए? उन्होंने कहा कि मैं भावुक हो गया था। 36 बिरादरी की जनता उनके साथ है। वे अवश्य निर्दलीय चुनाव जीतेंगे और जीतने के बाद जिस भी पार्टी की सरकार बनेगी, उसमें शामिल होकर अपने इलाके का विकास करवाएंगे।
मेरे साथ छल हुआ
कांग्रेस ने बुधवार देर रात को तीसरी सूची जारी की थी। तिगांव सीट से यशपाल नागर के बेटे रोहित नागर को टिकट दिया गया है। टिकट कटने के बाद ललित नागर ने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। जिसमें अपनी पार्टी पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी राजनीतिक हत्या की गई है। 15 साल से वे इलाके में पार्टी को खड़ा करने का प्रयास करते रहे। लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट काट दिया गया।
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टिकट कटने पर फूट-फूटकर रोए पूर्व विधायक ललित नागर, समर्थकों के साथ लिया ये बड़ा फैसला
Kulwant Singh
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