खन्ना 19 मार्च। उत्तर प्रदेश से अवैध हथियार लाकर दिल्ली बैठे तस्करों के माध्यम से पंजाब में सप्लाई करने वाले गिरोह को खन्ना पुलिस की और से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से प्वाइंट 32 बोर के 5 पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए। आरोपियों की पहचान शिवम निवासी बसंत विहार कालोनी खैर रोड अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश), करणबीर सिंह करण निवासी मीरा कोट अमृतसर, मोहन देव उर्फ मोहन पंडित उर्फ छोटू निवासी पीपल चौक नई दिल्ली, बलजीत सिंह जीता और आकाशदीप सिंह आकाश निवासी सराय अमानत खान (तरनतारन) के तौर पर हुई। इनका नेटवर्क खंगाला जा रहा है और भविष्य में अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
नाके पर गिरफ्तार किए तस्कर से मिला सुराग
एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि एसपी (आई) सौरव जिंदल निगरानी में पुलिस पार्टी ने 14 मार्च को दोराहा पनसप गोदाम के पास मोबाइल नाकाबंदी के दौरान शिवम निवासी बसंत विहार कालोनी खैर रोड अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया था। इसके पास से 2 पिस्टल मिले थे। शिवम ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वह मोहन देव उर्फ मोहन पंडित के कहने पर करणबीर सिंह को पिस्टल देने जा रहा था। इसके बाद करणबीर सिंह को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर एक पिस्टल बरामद किया गया था। मास्टरमाइंड मोहन देव को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली स्पेशल टीम भेजी थी जो वहां से मोहन को काबू करके लाई। जांच के दौरान शिवम ने खुलासा किया था कि इससे बहले वह आकाशदीप सिंह आकाश और बलजीत सिंह जीता को अवैध पिस्टल सप्लाई कर चुका है। जिसके बाद पुलिस ने आकाश व जीता को गिरफ्तार कर दोनों से 2 पिस्टल बरामद किए। शिवम, करणबीर व मोहन देव ड्राइवरी करते थे। तीनों सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में आए। जिसके बाद बलजीत व आकाशदीप को पिस्टल बेचे गए।
आरोपियों का क्रिमिनल रिकार्ड
एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि शिवम के खिलाफ वर्ष 2020 में थाना महलू कालोनी उत्तराखंड में नशा तस्करी का केस दर्ज है। करणबीर सिंह खिलाफ वर्ष 2020 में सेक्टर-79 मोहाली थाना में नशा तस्करी का केस दर्ज है। मोहन पंडित खिलाफ वर्ष 2023 में थाना लोहदा अलीगढ़ में आर्म्स एक्ट के केस दर्ज है। बलजीत व आकाशदीप का पिछला कोई क्रिमिनल रिकार्ड अभी तक सामने नहीं आया।
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