चंडीगढ़ , 13 जनवरी – महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज में ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क (ज्ञान) के तहत- प्रबंधकीय दक्षता और उत्पादकता मापन: सिद्धांत और व्यवहार विषय पर आयोजित पांच दिवसीय ज्ञान पाठ्यक्रम संपन्न हो गया।
इस कोर्स के आखिरी दिन दीनबंधु चौ. छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि, मुरथल के प्रो. मनोज दूहन ने मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग बारे विशेष व्याख्यान दिया। प्रो. दुहन ने कहा कि कहा कि मशीन लर्निंग (एमएल) और डीप लर्निंग (डीएल) न्यूरल नेटवर्क के एकीकरण ने व्यावसायिक संचालन में क्रांति ला दी है, जिससे विभिन्न डोमेन में दक्षता बढ़ी है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे ये प्रौद्योगिकियां संगठनों को प्रक्रियाओं को स्वचालित करने, संसाधन उपयोग को अनुकूलित करने और डेटा-संचालित निर्णय लेने में सक्षम बनाती हैं। इसके अलावा, उन्होंने आधुनिक प्रबंधन पाठ्यक्रम में विकासवादी कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और गहन शिक्षा जैसे ज्ञान क्षेत्रों को शामिल करने की वकालत की, क्योंकि आज के डेटा-संचालित वातावरण में निर्णय लेने, अनुकूलन और जटिल व्यावसायिक परिदृश्यों को समझने के लिए उनकी प्रासंगिकता बढ़ रही है।