गोल्डन टैंपल के बाहर सेवा कर रहे थे सुखबीर, आरोपी हिरासत में
अमृतसर 4 दिसंबर। यहां बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे बड़ी वारदात ोह गई। सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर गोल्डन टेंपल के गेट के पास फायरिंग की गई। हमलावर को घेर लेने से पिस्तौल का रुख घूम जाने से गोली दीवार पर जाकर लगी, जिसके चलते सुखबीर का बाल-बाल बचाव हो गया। वहीं हमलावर को सुरक्षाकर्मियों ने काबू कर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।
जानकारी के मुताबिक पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है। फिलहाल तक हमले का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। इस घटना के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। जिसमें आरोपी हाथ में पिस्टल लेकर भागते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल की तरफ जाता दिखता है और फायरिंग करने लगता है। इसी बीच वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों लपककर हमलावर को पीछे धकेलते हुए काबू कर लेते हैं। हालांकि इसी दौरान उसकी पिस्तौल का रुख घूम जाने के बावजूद एक फायर होने से गोली दीवार में जा लगती है। सुरक्षाकर्मी हमलावर को काबू कर उसका पिस्तौल भी कब्जे में ले लेते हैं।इसी बीच बाकी सुरक्षाकर्मी सुखबीर बादल के चारों तरफ घेरा बना लेते हैं। घटना के बाद गोल्डन टेंपल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
बताते हैं कि हमले का आरोपी गुरादसपुर के डेराबाबा नानक का नारायण सिंह चौड़ा है, जो दल खालसा का मेंबर है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता डॉ. दलजीत चीमा ने आरोप लगाया कि गुरदासपुर से कांग्रेसी सांसद सुखजिंदर रंधावा का एक साथी मार्केट कमेटी का चेयरमैन है। गोली चलाने वाला उसी चेयरमैन के साथी का भाई है। उधर, पुलिस ने दावा किया कि सुरक्षाकर्मी सतर्क थे और सुखबीर बादल को पर्याप्त सुरक्षा दी गई थी। सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से ही हमलावर वारदात को अंजाम नहीं दे सका।
धार्मिक सजा भुगत रहे हैं सुखबीर :
यहां काबिलेजिक्र है कि 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने समेत अन्य मामलों में पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल व अकाली सरकार में मंत्री रहे नेताओं को धार्मिक-सजा सुनाई थी। इसी मामले में सुखबीर गोल्डन टेंपल के बाहर बरछा पकड़कर सजा भुगत रहे थे। बता दें कि सुखबीर बादल के पैर में फ्रैक्चर है, इसलिए वे कुर्सी पर बैठकर सेवा निभा रहे हैं।
पूर्व आतंकी है हमलावर चौड़ा :
सूत्रों के अनुसार, हमलावर नारायण सिंह चौड़ा बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकवादी रहा है। वह 1984 में पाकिस्तान गया था और आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में मददगार रहा। पाकिस्तान में रहते हुए उसने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी। वह बुड़ैल जेल-ब्रेक मामले में भी आरोपी है। नारायण इससे पहले पंजाब की जेल में सजा काट चुका है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी मंगलवार को भी श्री हरमंदिर साहिब में घूमता देखा गया था। वहीं खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस भी अलर्ट थी और उस पर नजर रख रही थी। अकाली नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सुखबीर बादल की सुरक्षा में कोताही बरती है।
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