नामी कारोबारी ने कॉलोनाइजर से मारी 3.54 करोड़ की ठगी
लुधियाना 27 अक्टूबर। एमके अग्रवाल होजरी के मालिक प्रवीन अग्रवाल द्वारा अपने परिवार व दो प्रॉपर्टी डीलरों ने मिलकर नामी कॉलोनाइजर के साथ मिलकर 3.54 करोड़ रुपए की ठगी मार ली। आरोपियों द्वारा गांव इस्सेवाल में सात कनाल जमीन का सौदा कॉलोनाइजर के साथ कर लिया गया। जिसके बाद उक्त जमीन की रजिस्ट्री अपने ही जानकार के नाम करवा दी और कॉलोनाइजर से पैसे लेते रहे। जिसके बाद कॉलोनाइजर को ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया। जब ठगी का पता चला तो कॉलोनाइजर की और से पुलिस को शिकायत दी गई। थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने गुरदेव नगर के विनीत बवेजा की शिकायत पर कार्टन वुड्स के प्रवीन अग्रवाल, उनकी पत्नी कुसम अग्रवाल, आत्म नगर की प्रीति गुप्ता, एनआरआई कॉलोनी के सवरन सिंह ग्रेवाल और गांव मलौद के परमिंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार प्रवीन अग्रवाल एम.के. अग्रवाल होजरी के मालिक हैं। जबकि कुसम उनकी पत्नी व प्रीति बहू है। जानकारी देते हुए विनीत बवेजा ने बताया कि वह के.बी. डवेल्पर्स फर्म के मालिक हैं। विनीत बवेजा अनुसार 2022 में के.बी. डवेल्पर्स फर्म के नाम पर उन्होंने सिधवां नहर के साथ लगते गांव इस्सेवाल में जमीन लेकर डवेलप करने का काम शुरु किया था। जिसके चलते उसने गांव इस्सेवाल की जमीनें अपनी फर्म के नाम पर खरीदनी शुरु की।
2022 में आरोपियों ने घर आकर किया सौदा
विनीत बवेजा के अनुसार 2022 में पांचों आरोपी उनके घर आए। उन्होंने घर आकर कहा कि उनकी गांव इस्सेवाल में एक प्रॉपर्टी है, जो कि उनके पार्टनर अमित भल्ला के नाम पर है। उन्होंने प्रॉपर्टी सेल करनीहै, जबकि जमीन में से 4432 वर्ग गज जमीन कुसम अग्रवाल के नाम पर होने की बात कहकर जमाबंदीी भी दिखाई। इसी के साथ फर्द भी दी गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि उक्त 4432 गज जमीन उनके प्रोजेक्ट के फ्रंट पर लगती है। जिसके चलते उन्होंने सौदा कर लिया।
1.65 करोड़ प्रति एकड़ सौदा हुआ तय
विनीत बवेजा ने बताया कि उनका आरोपियों के साथ 1.65 करोड़ रुपए प्रति एकड़ के मुताबिक सौदा तय हुआ। आरोपियों द्वाारा उक्त जमीन की रजिस्ट्री बवेजा की फर्म के नाम पर करवाई जानी थी। आरोपियों द्वारा साजिश के तहत उक्त जमीन के बदले दी जानी वाली पेमेंट में से एक करोड़ नकद व 54.45 लाख बैंक के जरिए भेजने की बात कही। उनकी बातों में आकर विनीत बवेजा ने पेमेंट डाल दी। पेमेंट लेने के बाद आरोपियों ने रजिस्ट्री कराने को लेकर टाल मटोल करनी शुरु कर दी। बवेजा अनुसार आरोपियों ने उक्त खसरा नंबर में से 29 कनाल की रजिस्ट्री उनके रिश्तेदार के हक में अमित भल्ला से करवाकर पेमेंट खुद रख ली। जिसके बाद आरोपी लगातार रजिस्ट्री के लिए टाल मटोल करते रहे।
बल्कैमेल कर लिए दो करोड़ रुपए
विनीत बवेजा अनुसार मार्च 2023 में आरोपियों ने उनके घर पर मीटिंग की। जहां कहां कि 4432 गज जगह कमर्शियल है, जिसके चलते उसे बेचने के लिए दो करोड़ की और मांग की। आरोपियों के झांसे में फंसे बवेजा ने पेमेंट दे दी। फिर आरोपी दोबारा विनीत बवेजा के घर आए और एक इंतकाल जो कि जसबीर कौर के नाम पर था वह और फर्द देकर गए। फिर आरोपियों ने उनकी गांव इस्सेवाल में मौजूद 22 कनाल जमीन खरीदने पर ही रजिस्ट्री करवाने की बात कही। फंसे हुए विनीत बवेजा ने उक्त जमीन भी खरीद की।
अपने ही करीबी के नाम पर करवा दी रजिस्ट्री
शिकायतकर्ता के मुताबिक बार बार कहने पर भी जब आरोपियों ने रजिस्ट्री न करवाई तो वह हलके के पटवारी के पास पहुंचे। जहां जाकर पता चला कि आरोपियों द्वारा आपसी मिलीभगत करके उक्त जमीन की रजिस्ट्री प्रवीन अग्रवाल के करीबी व प्रॉपर्टी डीलर सवरन सिंह के नाम पर करवा दी थी। जिसके बाद पता चला कि आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता को दी गई दो जमाबंदियां भी जाली थी। जबकि न ही माल विभाग के रिकॉर्ड में वह इंतकाल है और न ही जसबीर कौर नामक महिला कभी उक्त जमीन की असली मालिक थी। जबकि फर्द निकालने के दौरान पटवारी गुरजीत सिंह द्वारा किए हस्ताक्षर के बारे में पूछने पर पता चला कि उक्त नाम का पटवारी कभी गांव इस्सेवाल में तैनात ही नहीं थी। आरोपियों द्वारा मिलीभगत करके जाली दस्तावेज बनाकर शिकायतकर्ता से ठगी मार ली गई।
सोची समझी साजिश के तहत मारी ठगी
कुछ दिन पहले कारोबारी प्रवीन अग्रवाल व अन्य आरोपियों के खिलाफ शहर के कई कॉलोनाइजरों व कारोबारियों द्वारा मिलकर प्रैस कांफ्रेस की गई थी। जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए थे। प्रवीन अग्रवाल के पार्टनर रहे निप्पी भल्ला की तरफ से आरोप लगाए गए थे कि प्रवीन अग्रवाल ने उनके साथ भी करोड़ों की ठगी की है। उसका आरोप है कि वह व प्रवीन अग्रवाल इस जमीन में पार्टनर थे। वह विनीत बवेजा को यह कहकर गुमरा करता रहा कि रजिस्ट्री निप्पी नहीं करवा रहा। निप्पी ने कहा कि उसने कई बार विरोध जताया। लेकिन प्रवीन अग्रवाल कहता था कि तुम चुप रहो, तुम्हें बिजनेस करना नहीं आता।
कई लोगों ने फैसला कराने का किया प्रयास
निप्पी भल्ला ने यह भी आरोप लगाए थे कि उसके साथ भी प्रवीन अग्रवाल द्वारा एक जमीन खरीदने व बेचने के मामले में ठगी थी। जबकि उसके कई दस्तावेज एक कॉलोनाइजर को दे दिए थे। जिसके बाद उससे धमकियां दिलाई जाती थी। वहीं चर्चा है कि कई लोगों द्वारा इस मामले में फैसला कराने की कोशिश की थी। लेकिन प्रवीन अग्रवाल ने किसी की नहीं मानी। प्रवीन अग्रवाल पहले भी उबेरा, जनपथ समेत कई बड़े कॉलोनाइजरों के साथ प्रोजेक्ट में जमीन खरीदकर ठगी मार चुके हैं।