लुधियान 9 जनवरी। शहर के प्रमुख शिक्षा स्थानों में से एक माने जाते न्यू हाई स्कूल की जाली मैनेजमेंट बनाकर जमीनें धोखे से बेचने, किराए पर देने और सेल लीड से छेड़छाड़ करके 2 हजार करोड़ का स्कैम करने के आरोप में पुलिस द्वारा एक्शन ले लिया गया है। यह कार्रवाई नटवरलाल व लैंड माफिया सुनील दत्त मड़िया समेत स्कूल की पूरी मैनेजिंग कमेटी पर की गई है। इस कमेटी में सुनील मड़िया के अलावा उनके पारिवारिक सदस्य, रिश्तेदार व कई नेता शामिल है। जिन पर मिलकर सराभा नगर स्थित न्यू हाई स्कूल में करोड़ों रुपए की ठगी की गई, यहां तक कि पिछले कई सालों से स्कूल की जमीन को ही किराए पर देकर किराया खाया जा रहा है। आरोप है कि आरोपियों द्वारा स्कूल चलाने की जगह उसे अपना पैसे कमाने का अड्डा बना लिया था। इस मामले में थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने लुधियाना इप्रूवमेंट ट्रस्ट की शिकायत पर न्यू हाई स्कू
ल की मैनेजिंग कमेटी पर मामला दर्ज किया है। गौर हो कि इस मुद्दे को यूटर्न टाइम अखबार और जनहितैषी न्यूज चैनल की और से प्रमुख्ता से उठाया गया था। जिसके बाद सांसद संजीव अरोड़ा और विधायक गुरप्रीत गोगी द्वारा मामले में दखल दी और प्रशासनिक अधिकारियों को एक्शन लेने के आदेश दिए थे। जांच के बाद अब पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार न्यू हाई स्कूल की सराभा नगर स्थित जमीन को लेकर यह कार्रवाई की गई है।
इप्रूवमेंट ट्रस्ट ने स्कूल चलाने को दी थी जमीन
जानकारी के अनुसार लुधियाना इप्रूवमेंट ट्रस्ट की और से न्यू हाई स्कूल की मैनेजिंग कमेटी को 1.59 और 3.12 एकड़ यानि कि 4.71 एकड़ की जमीनें अलॉट की थी। कई सो करोड़ की यह जमीनें सराभा नगर में किप्स मार्केट के साथ वाली सड़क पर अलॉट की गई। ताकि वहां पर स्कूल चले सके और बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके। मैनेजिंग कमेटी की और से पहले तो यहां स्कूल दिखाया गया। लेकिन फिर अंदरखाते स्कूल ही जमीनें बेचनी और किराए पर देनी शुरु कर दी।
सुनील मड़िया का बेटा सनी मड़िया है प्रेजिडेंट
मैनेजिंग कमेटी में प्रमुख सुनील मड़िया, प्रेजिडेंट किचलू नगर के सनी मड़िया, वाइस प्रेजिडेंट मेजर शाम लाल रोड के नरिंदर शर्मा, जनरल सेक्रेटरी किचलू नगर के केवल कृष्ण, कैशियर पाटेल नगर के भरत कुमार सोनी, ज्वाइंट सेक्रेटरी किचलू नगर के गोपाल मड़िया, बलविंदर सिंह, ज्वाइंट कैशियर प्रताप सिंह वाला के राजेश खन्ना, एग्जीक्यूटिव मेंबर शिमलापुरी के इंद्रजीत सिंह है।
करोड़ों रुपए वसूल रहे थे किराया
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में इप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों ने बयान दिए हैं कि न्यू हाई स्कूल की उक्त मैनेजमेंट कमेटी को कई शर्तों पर जमीनें दी गई थी। लेकिन कमेटी द्वारा उन शर्तों का सरेआम उल्लंघन करते हुए गैर कानूनी तरीके से अपने फायदे को देखते हुए स्कूल की जमीनें कई हिस्सों में बांटकर ट्रांसफर कर दी गई। जिसके बाद उन्हें अलग अलग लोगों को किराए पर दे दिया। जिसके बाद करोड़ों रुपए किराया वसूल करना शुरु कर दिया। ट्रस्ट का आरोप है कि मैनेजिंग कमेटी द्वारा ऐसे तो ठगी की ही है, इसी के
साथ सेल डीड में मनमर्जी से छेड़छाड़ व कटिंग करके हेरफेर किया है।
किराए पर दी जमीनें, चल रहे नामी स्कूल
न्यू हाई स्कूल में स्कैम करते हुए ठग्स ऑफ लुधियाना कहे जाते सुनील मड़िया व उनकी कमेटी द्वारा स्कूल की जमीनों को कई लोगों को किराए पर दे दिया गया और किसी को जमीन बेच दी गई। जहां पर अब कंगारू किड्स, श्रीराम यूनिवर्सल और ऑर्किड स्कूल चल रहे हैं। चर्चा है कि मामले की अगली कार्रवाई के दौरान इन स्कूलों पर भी गाज गिर सकती है, क्योंकि यह सभी स्कूल सरकारी जमीन पर चल रहे हैं।
रिटायर्ड एसई व ओल्ड स्टूडेंट्स ने उठाया था मुद्दा
जानकारी के अनुसार न्यू
हाई स्कूल घोटाले को सबसे पहले पावरकॉम के रिटायर्ड एसई बलदेव राज कतना द्वारा उजागर किया गया था। उन्होंने मामले संबंधी कई बार शिकायतें भी की थी। वहीं इसी स्कूल के ओल्ड स्टूडेंट्स की और से न्यू हाई स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन बनाई थी। जिसके अध्यक्ष राजेश गर्ग बने। एसोसिएशन द्वारा उन्हें उनका स्कूल वापिस दिलाने की मांग की गई थी। इस मुद्दे संबंधी सांसद संजीव अरोड़ा, हलका वेस्ट विधायक गुरप्रीत गोगी, लुधियाना डीसी और पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी। जिसके बाद मामले में प्रशासन द्वारा जांच कर कार्रवाई की ग
ई।
सांसद व विधायक ने निभाया अहम रोल
ओल्ड स्टूडेंट्स की शिकायत मिलने पर सांसद संजीव अरोड़ा द्वारा इसकी जांच के लिए पूर्व डीसी साक्षी साहनी को आदेश दिए थे। डीसी द्वारा मामले में तीन सदस्यों की एसआईटी गठित की। एसआईटी द्वारा मामले की जांच की गई। वहीं इस संबंधी विधायक गुरप्रीत गोगी द्वारा जिला प्रशासन को कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। वहीं 15 दिसंबर को ओल्ड स्टूडेंट्स द्वारा की गई एलुमनी मीटिंग में सांसद अरोड़ा व विधायक गोगी द्वारा मामले में जल्द एक्शन लेने और अगले साल एलुमनी मीटिंग स्कूल में करने का आश्वासन दिया गया था। उनके प्रयासों के बाद मामले की जांच हुई और पर्चा दर्ज हो सका।
कर्मों का फल परिवार को पड़ता है भुगतना
बुजुर्ग कहते हैं कि हमारे कर्मों का फल हमारे परिवार को भुगतना पड़ता है। वहीं चींज न्यू हाई स्कूल स्कैम में देखने को मिल रही है। दरअसल, लैंड माफिया सुनील दत्त मड़िया द्वारा अपने साथियों व राजनेताओं की छत्रछाया में इस पूरे स्कैम को अंजाम दिया गया। लेकिन अब मैनेजमेंट पर एफआईआर दर्ज हुई तो पता चला कि न्यू हाई स्कूल मैनेजमेंट का प्रेजिडेंट सुनील मड़िया का बेटा सनी मड़िया है। अब पता नहीं कि उसका कसूर है या नहीं। लेकिन सुनील मड़िया द्वारा अपनी विरासत बेटे को सौंप दी गई, अब उसी विरासत में सनी मड़िया पर पर्चा हो चुका है।
स्कूल में गैरकानूनी एक्टिविटी करने वाले भी रडार पर
वहीं इस मामले में जल्द और बड़ा एक्शन हो सकता है। जानकारी के अनुसार स्कूल में मैनेजमेंट के साथ मिलकर गैरकानूनी एक्टिविटी करने वाले शहर के कई और नामी लोग भी विभाग की रडार पर है। चर्चा है कि साउथ सिटी रोड के एक नामी स्कूल मालिक द्वारा अंदरखाते न्यू हाई स्कूल खरीदा जा चुका है। वह अंदरखाते ही स्कूल चला रहा है। अब एफआईआर होने पर उक्त खरीददार भी रडार पर आ सकते हैं।
कहीं, पीजी, कोठियां तो कहीं बना डाले प्राइवेट
गौर हो कि सिविल लाइन और सराभा नगर स्थित न्यू हाई स्कूल में राकेश भारती मित्तल (एयरटेल ग्रुप), ओंकार सिंह पाहवा (एवन साइकिल्स ग्रुप) और अवतार सिंह भोगल जैसे नामी लोग इस स्कूल से पढ़ चुके हैं। इस स्कूल को आगे बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा मैनेजमेंट को जमीनें अलॉट की गई। लेकिन 1992 में लैंड माफिया सुनील मड़िया, उनके रिश्तेदारों और राजनेताओं द्वारा मिलकर जाली मैनेजमेंट बनाई गई। जिसके बाद धीरे धीरे स्कूल की जमीनें बेचनी व किराए पर देनी शुरु कर दी। मौजूदा समय में स्कूल में ना के बराबर स्टूडेंट्स है। जबकि स्कूल की जमीन में कहीं पीजी, कहीं कोठियां तो कहीं प्राइवेट स्कूल चल रहे हैं। जिनका किराया मैनेजमेंट द्वारा अवैध तरीके से वसूल किया जा रहा है।