उर्वरक कार्य में संलग्न न होने वाली सहकारी समितियों के स्पष्ट सदस्यों को निकटवर्ती सहकारी समितियों से उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा उपायुक्त उर्वरक का कारोबार करने वाले सभी खुदरा विक्रेताओं को प्रतिदिन स्टॉक बोर्ड प्रदर्शित करना सुनिश्चित करना चाहिए

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अमृतसर 7 अगस्त 2025—

डिप्टी कमिश्नरश्री अमृतसर मती साक्षी साहनी ने कृषि विभाग , सहकारिता विभाग , मार्कफेड के साथ एक संयुक्त बैठक की और बताया कि जिन सहकारी समितियों के सदस्यों को खाद मिलने में कठिनाई आ रही है, उन्हें निकटवर्ती सहकारी समितियों के साथ जोड़ा जाएगा ताकि उन समितियों के स्पष्ट सदस्यों को खाद उपलब्ध कराई जा सके। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए किसान सहकारिता विभाग के हेल्पलाइन नंबर 81119-741187 और कृषि विभाग के हेल्पलाइन नंबर 99153-90537 पर संपर्क कर सकते हैं।

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस संबंध में सहकारी सभाओं के डीएपी खाद के इंडेंट की पुनः जांच की गई है और आवश्यकतानुसार आवश्यक संशोधन करके सहकारी सभाओं के इंडेंट में वृद्धि की गई है। उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं, अमृतसर को निर्देश दिए कि सहकारी सभाओं के संशोधित इंडेंट तुरंत खाद आपूर्तिकर्ता कंपनियों को भेजे जाएं ताकि सहकारी सभाओं को संशोधित इंडेंट के अनुसार खाद उपलब्ध कराई जा सके। डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सब्जी उत्पादक क्षेत्रों में फास्फोरस खाद प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि खाद का कारोबार करने वाले सभी खुदरा विक्रेता प्रतिदिन स्टॉक बोर्ड प्रदर्शित करें।

उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे अगली फसल की बुआई के लिए बाजार में उपलब्ध अन्य फास्फेटिक उर्वरकों का प्रयोग करें तथा समय पर फसल की बुआई करें। इस अवसर पर कृषि पदाधिकारी डॉ. रमन कुमार ने बताया कि वर्तमान में फसलों की बुआई के लिए डीएपी के अलावा ट्रिपल सुपर फास्फेट 46% उर्वरक भी उपलब्ध है। ट्रिपल सुपर फास्फेट 46% उर्वरक का प्रयोग करने पर बुआई के समय 20 किलोग्राम प्रति एकड़ यूरिया उर्वरक का प्रयोग किया जा सकता है , जो डीएपी उर्वरक के समान ही नाइट्रोजन तथा फास्फोरस तत्व प्रदान कर सकता है। अथवा गेहूं की फसल में नाइट्रोजन तथा फास्फोरस तत्व प्रदान करने के लिए बुआई के समय 20 किलोग्राम यूरिया उर्वरक तथा 155 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट 16% (फास्फोरस) उर्वरक का प्रयोग प्रति एकड़ किया जा सकता है। इसके अलावा, एनपीके 16-16-16 , एनपीके 15-15-15 , एनपीके 12-32-16 , 10-26-26 और अमोनियम फॉस्फेट सल्फेट 20-20-0-13 का भी फसलों की बिजाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस अवसर पर जिला प्रबंधक मार्कफेड स. मनिंदरजीत सिंह , स. परजीत सिंह औलख, कृषि अधिकारी और अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

कैप्शन: उपायुक्त श्रीमती साक्षी साहनी डीएपी/यूरिया उर्वरक के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक करती हुई।