बोली : जिले में महिला डीसी फिर भी नहीं मिल रहा इंसाफ
लुधियाना २० अगस्त: समाज सेवी और कॉपी राइट एजेंट पर चेतना बवेजा रेप, ब्लैकमेलिंग के आरोप लगने के बाद मामला निरंतर गंभीर होता जा रहा है ! रेप मामले में थाना डिवीजन नंबर दो की पुलिस ने रेप का मामला दर्ज किया था जिसके बाद सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने आई रेप पीड़िता ने एक बार फिर बड़ा खुलासा करते कहा कि डिलवरी के लिए जब वे रमण हास्टिपटल में भर्ती हुई थी तो उन्होंने 4 फरवरी २०२३ को भरे फार्म में लड़के के पिता का नाम चेतन बवेजा भरा था। लेकिन पीड़िता अनुसार डिलीवरी के कुछ दिन बाद उन्हें अस्पताल से फोन आया कि वे अपना फार्म ले जाएं। लेकिन फार्म लेते समय उन्हें ये देख हैरानी हुई की फार्म पर पिता के नाम चेतन बवेजा को काटकर आशीष भाटिया कर दिया गया था । जब उन्होंने इस संबंधी पूछा तो उनका कहना था कि वे इस पर चेतन बवेजा का नाम नहीं भर सकती। पीड़िता ने बताया कि चेतन बवेजा के बाहुबली दोस्तों ने फार्म से चेतन बवेजा का नाम कटवा बर्थ सर्टिफिकेट पर भी आशीष भाटिया का नाम लिखवा दिया पीड़िता ने पुलिस की कार्यप्रणाली के साथ प्रशासन और इशारो इशारों में राजनेताओं पर सवाल खड़े कर दिए ! रेप पीड़िता ने पुलिस पर उन्हें धमकाने और समाज सेवी आरोपी चेतन बवेजा को जानबूझ कर अरेस्ट नहीं करने के आरोप लगाए , पीड़िता ने कहा जो पुलिस आए दिन काइम पर नुकेल कसने के लिए मिडिया सुर्खियां बटोरती नजर आती है वह पुलिस किस बाहुबली की शह पर एक सामान्य समाज सेवी को पकड़ नहीं पा रही ।
रेप पीड़िता ने कहा की मैं हैरान हूँ की जिस जिले की डीसी एक महिला अधिकारी है वहां एक रेप पीड़िता का बार बार शोषण हो रहा है और वह चुप बैठी है
उन्होंने कहा की ऐसा प्रतीत हो रहा है मेरे मामले में सत्तधारियों के साथ विपक्ष का जमीर भी सो गया है रेप पीड़िता ने कहा कि उनके बार बार आग्रह पर भी प्रशासन डीएनए टेस्ट नहीं करवा रही है। पीड़िता ने बताया कि अब उसे भी लगने लगा है कि उसे पुलिस से इंसाफ नहीं मिलने वाला और उनहे भी इंसाफ के लिए अपने बच्चे के साथ धरने लगाने पड़ेंगे।