किसान नेताओं की चुनौती, जगह और समय भाजपा
तय करें, हम अगली बार फिर खुली बहस को तैयार
लुधियाना 23 अप्रैल। चंडीगढ़ के किसान भवन में मंगलवार को दिलचस्प माहौल बना रहा। किसान यूनियनों ने वहां खुली डिबेट के लिए भाजपा नेताओं की खातिर कुर्सियां लगवाई थीं। जब वह नहीं आए तो खाली कुर्सियों पर चिपकी भाजपा नेताओं की तस्वीरों के आगे किसान नेताओं ने पानी की बोतलें रखीं और चले आए। उन्होंने तंज कसा कि बहस के नाम से ही बीजेपी नेताओं के गले सूख गए, इसीलिए पीने के लिए पानी रख दिया।
बाद में किसान नेताओं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी अगली रणनीति का ऐलान किया। वह बोले कि आज भाजपा नेता नहीं पहुंचे हैं ,लेकिन वह फिर भी भाजपा नेताओं को चैलेंज करते हैं कि जगह भी आपकी और समय भी आपका होगा l किसानों को जहां मर्जी बहस लिए बुलाएं, हम आने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि टेबल टॉक में किसान, भाजपा नेताओं को हराकर जाएंगेl
किसान नेताओं ने कहा कि उनके आंदोलन को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसका जवाब उन्हें आने वाली 22 मई को दिया जाएगा। जब आंदोलन के 100 दिन होंगे तो सारे बॉर्डर पर लाखों की संख्या में किसान इकट्ठे होंगे l साथ ही सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने कहा कि 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाएगा। इस मौके भी भारी संख्या में किसान हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचेंगे। किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस साफ किया है की जो उनके तीन किसान साथी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं, उन्हें बिना किसी शर्त से रिहा नहीं किया जाएगा, तभी वह रेलवे ट्रैक से नहीं हटेंगे।
किसानों ने पंजाब सरकार से मांग की है कि वे मौसमी बारिश से फसलों को जो नुकसान हुआ है, उसका मुआवजा तुरंत जारी किया जाए l उन्होंने कहा कि किसानों का लगभग 300 करोड़ गन्ने का बकाया है, उसे भी तुरंत रिलीज किया जाए l
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