किसान आंदोलन : रविवार तक टाला किसानों ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

केंद्र सरकार से बातचीत के दरवाजे खुल रखे गए हैं किसानों की ओेर से : पंधेर

पटियाला 7 दिसबंर। एमएसपी लागू करने और अन्य मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे पंजाब के किसानों ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम रविवार तक टाल दिया है। साथ ही किसानों ने केंद्र सरकार को बातचीत का न्यौता दिया है।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान जत्थेबंदियों के दरवाजे बातचीत के लिए खुले हैं। अगर केंद्र सरकार बातचीत का न्योता देती है तो मांगों को हल करने की दिशा में कदम उठाया जा सकता है। दूसरी ओर किसान पंजाब में भाजपा नेताओं के घरों का घेराव करने का ऐलान कर चुके हैं। जबकि रविवार को एक बार फिर किसान दिल्ली कूच के लिए निकलेंगे।

किसानों ने शुक्रवार को किया था कूच :

यहां गौरतलब है कि शुक्रवार को दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़े किसान हरियाणा की सीमा में दाखिल नहीं हो पाए थे। हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर शंभू में हरियाणा पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया था। इस दौरान पुलिस और किसानों में टकराव हुआ, जो कई घंटों तक चला। इस टकराव में पुलिस को मिर्ची स्प्रे और आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े, जिसमें 15 किसान घायल हो गए थे। जबकि 26 साल के एक किसान हरप्रीत सिंह की हालत नाजुक हो गई थी। वहीं हरियाणा पुलिस के छह जवान भी घायल हुए थे। फिलहाल शंभू बॉर्डर पर स्थिति सामान्य बनी हुई है। हालांकि हरियाणा पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह मुस्तैद हैं।

————

23,015 लोगों को निकाला गया, 123 राहत शिविरों में 5,416 लोगों को शरण दी गई: हरदीप सिंह मुंडियन *बाढ़ प्रभाव अपडेट: तीन और लोगों की जान गई, प्रभावित जनसंख्या बढ़कर 3.87 लाख से अधिक हुई *फसल का नुकसान 1.84 लाख हेक्टेयर से अधिक पहुंचा*

23,015 लोगों को निकाला गया, 123 राहत शिविरों में 5,416 लोगों को शरण दी गई: हरदीप सिंह मुंडियन *बाढ़ प्रभाव अपडेट: तीन और लोगों की जान गई, प्रभावित जनसंख्या बढ़कर 3.87 लाख से अधिक हुई *फसल का नुकसान 1.84 लाख हेक्टेयर से अधिक पहुंचा*

नदियों के लिए बाढ़ के मैदानों को छोड़ना ज़रूरी है – संत सीचेवाल *प्रकृति के करीब रहने से ही मिलेगी बाढ़ से राहत *पंजाब को 900 किलोमीटर मिट्टी के तटबंधों को मजबूत करने की जरूरत है* प्रत्येक ट्यूबवेल पर पांच पेड़ लगाने से 70 लाख नए पौधे जुड़ेंगे*