पंजाब 10 मार्च। 5 मार्च को चंडीगढ़ कूच करने में विफल रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले किसान सोमवार को पूरे प्रदेश में किसानों द्वारा आम आदमी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों के घरों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके लिए किसानों की ओर से पहले ही रणनीति तैयार कर ली गई थी। किसानों द्वारा यह विरोध प्रदर्शन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया गया। जालंधर में मंत्री मोहिंदर भगत के घर के बाहर सुबह 11 बजे एसकेएम जत्थेबंदी से जुड़े किसान नेता धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए थे। मोहाली में विधायक कुलवंत सिंह के घर के बाहर भी किसान पहुंचे। हालांकि पुलिस की तरफ से सुरक्षा पहरा मजबूत किया गया है। इसके लिए लुधियाना में हुई बैठक में फैसला लिया गया था। दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक व किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है आज कि शंभू मोर्चे को चलते हुए आज 390 दिन हो गए हैं। आज से संसद के बजट सेशन का दूसरा सत्र शुरू हो रहा है। हम चाहेंगे कि देश कि सत्तापक्ष व विपक्ष किसान मजूदरों की MSP के ऊपर चर्चा करे।
मुक्तसर में AAP विधायक की कोठी का घेराव
मुक्तसर में किसानों ने सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मुक्तसर के विधायक जगदीप सिंह काका बराड़ की कोठी का घेराव किया। किरती किसान यूनियन के नेतृत्व में यह घेराव किया गया। किसानों ने विधायक के आवास के बाहर धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 3 मार्च को किसानों के साथ बैठक बीच में छोड़ दी थी। इसके बाद चंडीगढ़ जा रहे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कई को रास्ते में रोक दिया। इसी के विरोध में आज आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों और मंत्रियों की कोठियों का घेराव किया जा रहा है।
यह है किसानों का प्रमुख मांगें
किसानों द्वारा अपनी कई मांगें सरकार के आगे रखी है। जिसमें मक्का, मूंग, बासमती, चना, आलू और गोभी पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा, किसानों का संपूर्ण कर्ज माफी, गांवों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, सहकारी समितियों में किसानों को पूर्ण अधिकार, पशुपालकों के लिए विशेष योजनाएं और आर्थिक मदद की मांगें शामिल है।