सिप्पी हत्याकांड का चश्मदीद पहुंचा सीबीआई कोर्ट, कल्याणी के खिलाफ नहीं बदले बयान

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

चंडीगढ/यूटर्न/12 जुलाई: नेशनल शूटर एवं अधिवक्ता सुखमनप्रीत सिंह सिद्धू उर्फ सिप्पी सिद्धू हत्याकांड के मामले में वीरवार को सीबीआई कोर्ट में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे लगातार छह घंटे सुनवाई हुई। ट्रायल की दूसरी सुनवाई में आरोपी कल्याणी के खिलाफ गवाही देने वाले चश्मदीद गवाह जितेंद्र सिंह से आरोपी पक्ष ने क्रॉस एग्जामिन किया। इस दौरान गवाह से आरोपी पक्ष के अधिवक्ता ने कई सवाल पूछे और कल्याणी को पहचानने के बारे में भी सवाल जवाब किए। गवाह कल्याणी के खिलाफ दिए गए अपने पुराने बयानों पर अड़ा रहा और कोर्ट में उसकी पहचान भी की। गवाह को सीबीआई की जांच टीम कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में लेकर पहुंची और कोर्ट की कार्रवाई खत्म होने के बाद उसे सुरक्षा के पहरे में ही वापस ले जाया गया। इस मामले में अगली सुनवाई अब 19 जुलाई को होगी। वर्ष 2015 में सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू की सेक्टर-27 स्थित पार्क में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी और जांच टीम ने कल्याणी सिंह को इस हत्याकांड में नामजद किया गया था। इस मामले में 8 जुलाई से आरोपी कल्याणी के खिलाफ ट्रायल शुरू हो चुका है और पहले दिन इस हत्याकांड के मुखय चश्मदीद गवाह जतिंद्र सिंह की गवाही हुई थी। लेकिन उस समय क्रॉस एग्जामिन नहीं होने के कारण कार्रवाई स्थगित हो गई थी और आरोपी पक्ष ने गवाह से सवाल-जवाब करने के लिए 11 जुलाई की अगली तारीख ले ली थी। गवाही देने के साथ ही गवाह जितेंद्र ने कोर्ट में समक्ष कहा था कि उसे अपनी जान का खतरा सता रहा है। इसी कारण कोर्ट ने गवाह की सुरक्षा का जिंमा मामले की जांच करने वाली सीबीआई टीम को ही सौंप दिया। इसी के चलते वीरवार को सीबीआई की जांच टीम गवाह जितेंद्र को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में लेकर पहुंची और सुबह 10 बजे मामले में कार्रवाई शुरू हुई।
गवाह बोला-हत्या से पहले साथ थे सिप्पी और कल्याणी
आरोपी पक्ष ने गवाह से घटना के बारे में शुरू से अंत तक पूछा। गवाह ने बताया कि उसने खुद घटना से कुछ देर पहले कल्याणी व सिप्पी सिद्धू को पार्क में सैर करते हुए देखा था। इसके कुछ देर बाद ही वहां एक अन्य अज्ञात व्यक्ति आया और सिप्पी को गोलियां मार दी। इसके बाद कल्याणी ने भी सिप्पी पर गोलियां चलाई थी और वह दोनों इस वारदात को अंजाम देने के बाद दो गाडिय़ों में मौके से फरार हुए थे। आरोपी पक्ष ने गवाह से पूछा कि उसने पहले यह बात पुलिस को क्यों नहीं बताई। गवाह ने अधिवक्ता के सारे सवालों के जवाब दिए और अपने इन बयानों पर अड़ा रहा। हालांकि अधिवक्ता ने गवाह को बार-बार एक ही प्रश्न को अलग-अलग तरीके से भी पूछकर उसे उलझाने का प्रयास किया लेकिन वह बयानों पर अड़ा रहा। इस मामले में सीबीआई की ओर से दो और अन्य चश्मदीद गवाह बनाए गए है जिनमें एक महिला भी शामिल है। इस महिला ने भी सिप्पी की हत्या के बाद कल्याणी को पार्क के बाहर देखा था।
दिसंबर तक आ सकता है इस हत्याकांड में फैसला
इस हत्याकांड मामले में इसी साल दिसंबर महीने तक फैसला आने की भी उंमीद है। क्योंकि सीबीआई की कोर्ट ने इस पूरे मामले में होने वाली कार्रवाई को अलग-अलग महीनों में बांट दिया है। जुलाई महीने में केवल चश्मदीद गवाहों की गवाही होगी। जबकि बचे हुए अन्य की गवाही अगस्त और सितंबर में होगी। अक्तूबर में केवल मामले से संबंधित विशेषज्ञों को बयान देने के लिए बुलाया जाएगा। नवंबर के पहले सप्ताह में कल्याणी के बयान दर्ज होंगे जबकि इसकी अगली सुनवाई में बचाव पक्ष के गवाहों की गवाही होगी। इसके बाद दिसंबर महीने में कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है।
—————

जिला जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय , अमृतसर प्रशासन धान खरीद में किसी भी पक्ष को हस्तक्षेप नहीं करने देगा- उपायुक्त धान खरीद प्रबंधों को लेकर जिला अधिकारियों, आढ़तियों व शैलर मालिकों के साथ बैठक

केएमपी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर चरणबद्ध तरीके से पौधारोपण कर इसे हरित बनाना लक्ष्य: राव नरबीर सिंह पहले चरण में 16 किलोमीटर की दूरी में लगाए जाएंगे एक लाख एक हजार पौधे आमजन पर्यावरण संरक्षण और पॉलीथिन मुक्त अभियान में करे सहयोग

जिला जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय , अमृतसर प्रशासन धान खरीद में किसी भी पक्ष को हस्तक्षेप नहीं करने देगा- उपायुक्त धान खरीद प्रबंधों को लेकर जिला अधिकारियों, आढ़तियों व शैलर मालिकों के साथ बैठक

केएमपी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर चरणबद्ध तरीके से पौधारोपण कर इसे हरित बनाना लक्ष्य: राव नरबीर सिंह पहले चरण में 16 किलोमीटर की दूरी में लगाए जाएंगे एक लाख एक हजार पौधे आमजन पर्यावरण संरक्षण और पॉलीथिन मुक्त अभियान में करे सहयोग