नवीन गोगना
चंडीगढ़, 1 मार्च : हरियाणा में परीक्षा केंद्र से परीक्षा पत्र बाहर निकलने के गंभीर मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दोषियों पर तुरंत कड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री की कड़ी कार्रवाई:
5 इनविजीलेटर (4 सरकारी, 1 निजी) के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश, 4 सरकारी इनविजीलेटर निलंबित, 2 सेंटर सुपरवाइजर भी सस्पेंड, 4 बाहरी लोगों और 8 छात्रों के खिलाफ केस दर्ज, 25 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी निलंबित, जिनमें 4 डीएसपी, 3 एसएच्ओ, 1 चौकी इंचार्ज शामिल
सीएम सैनी का सख्त संदेश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “हरियाणा सरकार परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस तरह की घटनाओं को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी इस घोटाले में शामिल होगा, उसे सख्त सजा दी जाएगी।”
कैसे हुआ खुलासा?
परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने की जानकारी मिलते ही जांच शुरू की गई। प्रारंभिक जांच में इनविजीलेटर, परीक्षा केंद्र के कर्मचारी, कुछ बाहरी लोग और छात्र इस साजिश में शामिल पाए गए। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित कर केस दर्ज कर दी।
जांच जारी, और हो सकती हैं गिरफ्तारियां
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही और भी दोषियों को गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहा है।
सरकार की सख्ती से शिक्षा माफिया में हड़कंप
सरकार की सख्त कार्रवाई के बाद परीक्षा माफिया में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री सैनी ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए।