जहां पड़ोसी सरकारें दे रही निवेश के निमंत्रण और अपनी सरकार में हो रही कमाऊ बेटों की बेकदरी
लुधियाना 30 सितंबर। बुड्ढे नाले की सफाई न होने के कारण पंजाब सरकार, पीपीसीबी और नगर निगम तो पीछे हो चुका है। जबकि अब नाले की सफाई न होने का जिम्मा कभी डाइंग, तो कभी इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री और कभी इंजीनयरिंग इंडस्ट्री पर फेंका जा रहा है। जिस कारण पंजाब सरकार, उनके राजनेताओं और सरकारी तंत्र द्वारा सभी इंडस्ट्रियों को आमने सामने लाकर खड़ा कर दिया है। जहां पहले एक तरफ डाइंग इंडस्ट्री के मालिकों व विधायक गुरप्रीत गोगी द्वारा इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री व निगम को बुड्ढे दरिया की सफाई न होने का गुनहगार कहा था। वहीं फिर इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री ने इन आरोपों को खंडन किया था। लेकिन अब सोमवार को इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री समेत तमामा इंजीनयरिंग इंडस्ट्री के मालिकों व संबंधित की एसोसिएशनों के मेंबरों द्वारा प्रैस कांफ्रेस की गई। जिसमें उन्होंने डाइंग इंडस्ट्री व विधायक गुरप्रीत गोगी को आड़े हत्थों लेते हुए उन्हें बेवजह गलत आरोप लगाकर बदनाम न करने की बात कही। यहां तक की तमाम इलेक्ट्रोप्लेटिंग व इंजीनियरिंग इंडस्ट्री द्वारा पंजाब सरकार को यह तक कह दिया गया कि अगर उनसे सरकार को परेशानी है और इसी तरह बदनाम किया जाना है तो वह सीधे उन्हें लिखित रूप में दे दें। वह दो साल के अंदर अंदर पंजाब छोड़ देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि टैक्स देने और पंजाब का सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने के बावजूद अगर इंडस्ट्री पर गलत आरोप लगाकर बदनाम ही करना है तो इससे अच्छा है कि वह दूसरे राज्य में जाकर कारोबार कर लें।
सरकारों की वजह से फेल हुआ मैनचेस्टर
वहीं इस दौरान एक्सपोर्टर रजनीश आहूजा ने कहा कि एयर प्रदूषण की बात करें तो पूरे शहर की इंडस्ट्री सिर्फ 12 प्रतिशत प्रदूषित करती है, जबकि बाकी का 88 प्रतिशत कौन करता है, किसी को नहीं पता। जबकि शहर में बढ़ रही एक्रोचमेंट, अवैध पार्किंग व वेडिंग जोन जैसे मुद्दों पर सालों बीतने पर भी सरकारें व उनके नेता कुछ नहीं कर सके। रजनीश आहूजा ने कहा कि सभी टैक्स देने पर भी बिजली नहीं आती, डीजल पर जनरेटर चलते हैं। डीजल भी सरकार ने महंगा कर इंडस्ट्री साइड़ लाइन कर दी है। पंजाब को भारत का मैनचेस्टर कहा जाता था, लेकिन सरकारों के सहयोग न देने से आच मैनचेस्टर फेल हो चुका है।
सरकार इंडस्ट्री को दे फंड, दो साल में नाला होगा साफ
इस दौरान कारोबारी व नेता जगबीर सिंह सोखी ने कहा कि इंडस्ट्री को बिना वजह परेशान करना गलत है। विधायक गुरप्रीत गोगी को जनता ने शहर को डील करने के लिए चयनित किया था, न कि इंडस्ट्री को बदनाम करने के लिए। सोखी ने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च कर सरकार बुड्ढा नाला साफ नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें फंड जारी करें। इंडस्ट्री मिलकर दो साल के अंदर पूरे नाले को साफ कर पहले की तरह दरिया बनाकर दिखा देगी।
सरकार के तीनों प्लांट पड़े हैं बंद, धक्केशाही बंद हो
वहीं गुरमीत सिंह कुलार ने कहा की जेबीआर के प्लांट पर जीरो डिस्चार्ज है, जो विधायक व अन्य लोग खुद जाकर देख चुके हैं। अगर अब गलत आरोप लगा जेबीआर को पानी उठाने वाली फर्मों के सीवरेज भी बंद कर दिए जाएंगे तो यह इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ा धक्का है। लुधियाना में सरकार के तीन प्लांट लगे हैं, तीनों ही बंद पड़े है। एक प्लांट तो गोबर से भर चुका है। सरकार किसानों से संपर्क कर उक्त गोबर उन्हें दें, तो खाद बनेगा और फायदा मिलेगा। जेबीआर प्लांट भारत में एक उदाहरण है। जिसने लुधियाना नहीं बल्कि पूरे पंजाब को बचाया है। इंडस्ट्री के साथ धक्केशाही नहीं होनी चाहिए।