शर्मनाक : नगर निगम की मीटिंग में जमकर हंगामा, फिर ‘मछली-बाजार’ बने हाउस की कार्रवाई रोकी गई

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कांग्रेस-आप कौंसलरों ने वैल में आकर मेयर के आगे एजेंडे की कापी फाड़ी, उनको बाहर निकालते वक्त धक्का-मुक्की

चंडीगढ़, 30 सितंबर। चंडीगढ़ नगर निगम सदन की बैठक में मंगलवार को हंगामा हो गया। कांग्रेसी कौंसलर गुरप्रीत सिंह गब्बी ने विरोध शुरु किया। उन्होंने सैक्टर 22 में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के सफाई कार्यक्रम के लिए फैलाई गंदगी के आरोप में निगम कर्मियों पर कार्रवाई को लेकर हंगामा किया।

वहीं मेयर का विरोध कर रहे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कौंसलरों को हाउस से बाहर निकाला गया। इसके पहले विपक्षी कौंसलरों ने सदन के वैल में उतरकर एजेंडे और मिनट की कॉपियां फाड़ दीं। निगम में हंगामे के बाद 10 मिनट का ब्रेक हुआ। इसके बाद आप और कांग्रेसी कौंसलरों ने विरोध दर्ज कराते वैल में धरना लगाकर अपनी अलग ही मीटिंग सदन शुरू कर दी। विपक्षी कौंसलरों ने मेयर हरप्रीत कौर बबला के विदेश दौरे को लेकर घेरने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने निगमकर्मियों को सस्पेंड करने के खिलाफ आवाज उठाई।

जब मेयर और भाजपा कौंसलरों ने उन्हें हंगामा करने से रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में जमकर बहस शुरू हो गई। कांग्रेसी पार्षदों को शांत कराने के लिए मेयर बबला ने विदेश दौरे के दौरान मिला अवॉर्ड उन्हें दिखाया। उन्होंने कहा कि आपके शहर को अवॉर्ड मिला है और आप शहर के साथ ही नहीं हो।

इस पर कांग्रेस पार्षदों ने निगम कर्मियों को शोषण बंद करो लिखे पर्चे उठाकर नारेबाजी शुरू कर दी। साथ ही सस्पेंड हुए निगम कर्मियों को बहाल करने की मांग की। विपक्षी  पार्षदों ने वेल में उतरकर भाजपा और मेयर के खिलाफ नारेबाजी की तो माहौल बिगड़ा।

मेयर ने कहा है कि वह हाउस की कार्रवाई तब तक शुरू नहीं करेंगी, जब तक सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी, डिप्टी मेयर तरुण मेहता, कांग्रेसी पार्षद सचिन गालव और आप पार्षद प्रेमलता को बाहर निकाला नहीं जाता। इसके बाद उनको सदन से बाहर निकाल दिया गया। इस दौरान मार्शलों और पार्षदों में धक्कामुक्की हुई। मेयर ने कहा कि विपक्षी शहर को मिले अवॉर्ड की बेइज्जती की। एजेंडे की कॉपियां फाड़कर मेरे मुंह पर मारीं। मैंने ऐसे पार्षद कभी नहीं देखे।

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