लुधियाना 21 नवंबर। पंजाब के बहुचर्चित नामी ट्रैवल एजेंट और 100 ठगी के मामलों में आरोपी नितीश घई के खिलाफ ईडी की और से एक्शन शुरु कर दिया गया है। ईडी की और से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के तहत नीतीश घई पर शिकंजा कसना शुरु किया है। जिसके चलते ईडी और से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नितीश घई के खिलाफ 20 नवंबर को स्पेशल कोर्ट (पीएमएलए), जालंधर के समक्ष शिकायत दायर की है। चर्चा है कि अब जल्द ईडी की और से मनी लॉन्ड्रिंग केस में नितीश पर की जा रही कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। जिसके चलते जल्द ट्रैवल एजेंट नितीश पर बड़ा एक्शन हो सकता है। इस मामले संबंधी ईडी की और से अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट के जरिए जानकारी शेयर की गई है।
पहले भी दर्ज किया गया है मामला
बता दें कि 26 अक्टूबर को ईडी की और से आरोपी नितीश घई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। यह एफआईआर थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर की शिकायत पर नितिश घई के खिलाफ दर्ज की थी। जिसमें ईडी की और से बताया गया था कि नितीश घई की और से लोगों को वीजा लगाने का झांसा देकर ठगी मारी जाती थी। जबकि इस तरह करके उसने आम जनता व सरकार के साथ करोड़ों रुपए की ठगी कर डाली। नितिश द्वारा ट्रैवल एजेंट की आढ़ में यह सारा खेल किया गया है। इस तरह करके उसने सरकार को भी नुकसान पहुंचाया है।
सरकारी तंत्र ही दे रहा आरोपी को शह
चर्चा है कि नितीश घई की और से पहले जरुर लोगों के साथ ठगी की गई। बेशक बाद में पुलिस ने उस पर मामला दर्ज कर लिया। लेकिन उसके बाद वह कई अफसरों की आसामी बन गया। सरकार द्वारा इस ट्रैवल एजेंट की ठगी के नेटवर्क को खत्म करने की जगह उल्ट उसे शह दिलाई जा रही है। चर्चा है कि आरोपी को सरकारी तंत्र की शह है, इसी लिए उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही। इसी के चलते मामला दर्ज होने के बाद नितीश घई द्वारा अपना धंधा तीन गुना और बढ़ा लिया गया है।
पुलिस की नजर में फरार, खुलेआम घूम रहा घई
चर्चा है कि ईडी द्वारा दर्ज करवाई एफआईआर में बेशक आरोपी 26 दिन से फरार है, लेकिन असलियत में वे खुलेआम घूम रहा है। लेकिन अफसरों के साथ अच्छी सेटिंग होने के चलते उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही। यह भी चर्चा है कि इस ठगी के कारोबार के बाद आरोपी द्वारा शहर में कई बेनामी प्रॉपर्टियां भी खरीदी गई हैं। अब देखना होगा कि ईडी की और से घई पर शिकंजा कसा जा सकेगा या वे पुलिस व प्रशासन की तरह ईडी को भी गच्चा देने में कामयाब हो जाएगा।
100 पर्चे व 300 शिकायतों का आरोपी ट्रैवल एजेंट
बता दें कि नितिश घई ने 2015 में ट्रैवल एजेंट का कारोबार शुरु किया था। जिसके बाद उसके पास सिर्फ कंस्लटेंसी की परमिशन थी। लेकिन आरोपी द्वारा लोगों को वीजे लगाने का झांसा देकर पैसे लेने शुरु कर दिए। इस तरह करके आरोपी द्वारा कई सो करोड़ की ठगी मार ली गई। इस मामले में लुधियाना पुलिस ने घई पर एक के बाद एक 100 एफआईआर दर्ज की। जबकि 300 शिकायतें उसके खिलाफ पेडिंग चली। अब भी उसकी ठगी का शिकार हुए कई लोग सामने आते हैं।
परिवार समते कई लोगों पर हुआ था पर्चा
जानकारी के अनुसार नितिश घई की और से लुधियाना समेत कई स्टेट में अपने ट्रैवल एजेंट के ऑफिस चलाए जा रहे हैं। लुधियाना में समराला चौक पर ब्लेसिंग कंसल्टेंसी और मॉडल टाउन में वी वीज़ा उनके नाम पर पंजीकृत थे, जबकि अन्य कंपनियां – गिल चौक के पास जीजीआई ग्रुप, 99 वीज़ा और घुमार मंडी के मधोक कॉम्प्लेक्स में ब्राइट सॉल्यूशन कंसल्टेंसी, उनके सहयोगी तजिंदर सिंह और रविंदर सिंह के नाम पर पंजीकृत थीं। उनके कार्यालय जालंधर, नकोदर, फगवाड़ा, यूपी, दिल्ली और लुधियाना में भी थे। पुलिस ने उनकी पत्नी गुरमिंदर कौर, भाई मुनीश घई, बहनोई कुलभूषण सूद और एक कर्मचारी गुरमीत कौर आशा पर भी मामला दर्ज किया था।