पंजाब/यूटर्न/3 अगस्त: ईडी द्वारा मन्नी लांड्रिंग केस में बुरे फंसे पूर्व कैबनिट मंत्री भारत भूषण बुरी तरह से ईडी के जाल में फंसते नजर आ रहे है। 5 दिन के रिमांड में ईडी ने आशु के बारे में दावा किया है कि कई शैल कंपनियों के जरिये आशु ने विदेशों से मन्नी लांड्रिंग करवा अपने रिशतेदारों के नाम पर करोडों की प्रापर्टी खरीदी है। ज्ञाम रहे कि कई फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट में बहु करोड़ी ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में 8 महीने की जेल काटने के बाद अब फिर से पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। भारत भूषण आशू 5 दिन के लिए ईडी के रिमांड पर हैं। ईडी की ओर से जारी किए गए प्रेस विवरण में इस बात का खुलासा किया गया है कि भारत भूषण आशू ने कई शैल कंपनीज के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की थी और उसके साथ-साथ उन्होंने अपने और अपने परिवार के नाम पर भी कई प्रॉपर्टी खरीद की है। जिसको लेकर ही ईडी भारत भूषण आशू से लगातार पूछताछ कर रही है। इस पूरे मामले में ईडी की ओर से सीज और फ्रीज की नगदी, बैंक खातों में पड़े फंड, प्रॉपर्टी दस्तावेज, गोल्ड ज्वेलरी, सोने की ईट सहित कुल वैल्यू 8.5 करोड़ की बताई जा रही है।
गौर हो कि ईडी ने विजिलेंस द्वारा भारतीय दंड संहिता, 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की। कई शेल संस्थाओं के माध्यम से अपराध (पीओसी) की आय की ट्रांजेक्शन की और इससे आगे खरीदी गई संपत्तियां अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदी।
पहले कब कब हुई ईडी की रेड
इससे पहले, ईडी ने 24.08.2023, 04.09.2023 और 06.09.2023 भारत भूषण के आवासीय परिसर में पंजाब टेंडर घोटाला मामले में आशु और और इससे संबंधित 24 लोकेशंस जिनमें लुधियाना मोहाली, नवांशहर और चंडीगढ़ में सर्च की गई थी जिसमें करीब 8.46 करोड रुपए की चल अचल संपत्ति को ईडी ने फ्रिज किया है। साउथ सिटी एरिया में बनी कई कालोनियां भी ईडी के रडार पर बड़ी बात है कि लुधियाना में साल 2022 के बाद साउथ सिटी और हांबड़ा रोड पर एकाएक लाए गए कई बड़े आवासीय प्रोजेक्ट भी ईडी के रडार पर हैं। इसका बड़ा कारण है कि जिन प्रॉपर्टीज खरीद करने के मामले में आशु ईडी के रडार पर हैं । उनमें कहीं प्रॉपर्टीज साउथ सिटी एरिया से संबंधित है। इसमें कोई शक नहीं कि पिछले दो से तीन साल में साउथ सिटी और उसके साथ लगते एरिया में काटी गई कॉलोनिज में दाम लगभग 2 से 5 गुना तक बढ़ गए हैं और एकाएक प्रॉपर्टी में आई ये तेजी भी ईडी के रडार पर है। एकाएक इतने बड़े स्तर पर प्रॉपर्टी की खरीद के लिए फंड कहां से आया और किन-किन खातों के जरिए यह प्रॉपर्टी खरीद की गई है। इसके लिए ईडी की कई फाइनेंसर और प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े बड़े घरानों पर भी नजर रखे हुए है। ऐसे में भारत भूषण आशू ईडी के रिमांड में क्या खुलासा करते हैं, अब इस पर सब की निगाह टिकी हुई है।
सियासी कैरियर भी लगा है दाव पर
सूत्र बताते है कि आशु की ईडी द्वारा गिरफतारी हो जाने पर ना तो कांग्रेस की आला कमान ने कोई ब्यान दिया है,वहीं पंजाब में भी इक्का दुक्का नेताओं ने गिरफतारी की निंदा कर अपनी डयूटी निभा दी है,आलाकमान की नजर में आशु तब खटकने लगे जब लोक सभा चुनाव में लुधियाना के प्रत्याशी राजा वडिंग के चुनावी प्रचार में आशु ने खुद कौने में रख लिया,उस समय सियासी माहिर यह कहते थे कि रवनीत बिट्टू के साथ आशु की दोस्ती है,जिस कारण उन्होने राजा वडिंग के चुनावी परिचार से दूरी बनाये रखी। इस बात का पता जब आला हाई कमान को चला तो उन्होने भी आशु से दूरी बनाकर उनको सबक सिखाने की ठान ली,यही कारण है कि कांग्रेस का कोई हजूम उनकी गिरफतारी के बाद सामने नही आया।
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