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आवारा पशुओं के ठहराव में लगाया दशहरा मेला, रावण के पुतले को आग लगाने डरे पशु, मची भगदड़, कई लोग ज़ख्मी

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बलविंदर आजाद

बरनाला 14 अक्टूबर। धनौला दशहरा मैदान में रावण का पुतला जलाने के समय श्री रामलीला क्लब की कथित लापरवाही के कारण कई लोगों के ज़ख्मी होने की जानकारी सामने आई है। हालाकि मौके पर कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पटाखों की आवाज़ और लोगों की भीड़ के कारण आवारा पशुओं के डर जाने से भगदड़ मच गई, जिससे कई लोगों के चोटें आईं। यह घटना उस समय हुई जब रावण के पुतले को आग लगने के बाद लोग वापस घर लौटने लगे थे। तभी अचानक बड़ी संख्या में पशु लोगों में घुस गए। जिससे भगदड़ मच गई। बच्चे, महिलाएं और कई लोग जमीन पर गिरे और लोग उनके ऊपर से गुजरने लगे। जिससे कई लोगों के गंभीर चोटें आईं। इस कारण कई लोग ज़ख्मी हो गए। कई की टांगें, हाथ टूट गए। चोटें लगने के बाद कई लोगों को स्थानीय सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जगतार सिंह मान की पृष्ठभूमि टूट गई, जिसे बाद में रेफर किया गया। इसी तरह शरीफ खान, गुरप्रीत सिंह, ऋषू बांसल, राजिंदर सिंह आदि ने धनोला अस्पताल में इलाज करावाया। इसी तरह मनदीप सिंह, मनप्रीत कौर और कई अन्य बच्चों को भी चोटें आईं।

पशुओं के बीच लगाया दशहरा मेला

यह हादसा होना तो था ही क्योंकि रामलीला क्लब के प्रबंधकों द्वारा लोगों की जान-माल की सुरक्षा की परवाह न करते हुए इस बार दशहरा मेला पशुओं के ठहराव वाली जगह पर लगाया गया था। यहाँ आवारा पशुओं के रहने वाली पक्की जगह होने के कारण बड़ी संख्या में पशु अक्सर घूमते रहते हैं। जहाँ रावण का पुतला रखा गया था, वहां पहले से ही पशु घूम रहे थे, और जब रावण के पुतले को आग लगाई गई तो पटाखों के शोर से पशु अपने ठिकाने की ओर भाग पड़े, जिससे वे जमा हुई भीड़ में आ गए। चारों ओर लोगों में हाहाकार मच गया। इस मौके पर पुलिस प्रशासन भी मौजूद था, शायद पुलिस प्रशासन ने यहाँ दशहरा न लगाने के बारे में प्रबंधकों को नहीं कहा होगा।

प्रबंधकों की अनदेखी का नतीजा

इस संबंध बिक्रमजीत सिंह, संदीप सिंह, गुरतेज सिंह, बॉनी शर्मा ने कहा कि रामलीला क्लब की प्रबंधन की अनदेखी करके यह हादसा हुआ है। जब पता था कि यहां पशु खड़े हैं तो फिर यहां दशहरा क्यों लगाया गया। उन्होंने कहा कि हमारे भी चोटें आई हैं और अन्य ज़ख्मी लोगों को भी उठाया। उन्होंने कहा कि मेले के बीच ही पशु घूम रहे थे। लोगों की मांग है कि ज़ख्मी लोगों के इलाज कराने की ज़िम्मेदारी निर्धारित की जाए।

परमीशन लेकर लगाया मेला
वहीं रामलीला क्लब के अध्यक्ष जतिंदर सदिओडा सोनू ने कहा कि घटना में जख्मी हुए लोगों प्रति दुख है। उन्होंने कहा कि यह घटना रावण के पुतले को आग लगाने के 20 मिनट बाद हुई है, जब लोग रावण के पुतले से पटाखे निकालकर आनंद ले रहे थे। मेला डिप्टी कमिश्नर और पुलिस प्रशासन से परमीशन लेकर लगाया है।

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