कीमतों में भारी वृद्धि से भारत में सोने की मांग 5 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के आसार

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डब्ल्यूजीसी ने जताई गहन चिंता, सोना खरीदना पहुंच से बाहर हो रहा

चंडीगढ़, 31 जुलाई। संभवतः पहली बार सोने की कीमतें इतनी बढ़ रही हैं कि बिक्री में गिरावट आ रही है। दूसरे शब्दों में, यह एक ऐसी वस्तु बनती जा रही है, जो क्रय क्षमता से बाहर हो गई है।
विश्व स्वर्ण परिषद यानि डब्ल्यूजीसी ने वीरवार को कहा कि 2025 में भारत में सोने की खपत पांच साल के सबसे निचले स्तर पर आ जाएगी, रिकॉर्ड महंगाई से आभूषणों की खरीदारी में गिरावट आ रही है। जिससे निवेश मांग में मामूली वृद्धि पर भी असर पड़ रहा है। डब्ल्यूजीसी के भारतीय परिचालन के सीईओ ने कहा कि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कीमती धातु उपभोक्ता देश में सोने की मांग 2025 में 600 मीट्रिक टन से 700 मीट्रिक टन के बीच रह सकती है, जो 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले साल के 802.8 टन से कम है। यदि कीमतें स्थिर हो जाती हैं तो मांग 700 टन तक पहुंच सकती है, लेकिन भू-राजनीतिक कारकों से प्रेरित 10%-15% की कीमतों में वृद्धि इसे सीमा के निचले स्तर तक ला सकती है। स्थानीय सोने की कीमतें, जो जून में 101,078 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं, 2024 में 21% की वृद्धि के बाद, 2025 में अब तक 28% बढ़ चुकी हैं।
डब्ल्यूजीसी ने कहा कि अप्रैल से जून तिमाही में भारत की सोने की खपत एक साल पहले की तुलना में 10% घटकर 134.9 टन रह गई। दरअसल इस तिमाही में आभूषणों की मांग में 17% की गिरावट आई, जबकि निवेश मांग में 7% की वृद्धि हुई। सितंबर तिमाही में मांग पिछले साल के 248.3 टन से कम रहने की उम्मीद है, जब नई दिल्ली द्वारा आयात शुल्क कम करने के कदम से खरीदारी बढ़ी थी। यह कीमती धातु अन्य परिसंपत्ति वर्गों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रही है, जिससे ऐसे निवेशक आकर्षित हो रहे हैं। जो कि भौतिक सोने और गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड दोनों में निवेश करना पसंद करते हैं।
माहिरों के मुताबिक भारत में गोल्ड ईटीएफ विकास के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। जैसे-जैसे भारत अधिक डिजिटल होता जा रहा है, वे लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों से इस महीने की शुरुआत में पता चला कि भारत में गोल्ड ईटीएफ में निवेश जून में महीने-दर-महीने दस गुना बढ़कर 20.81 अरब रुपये (237.5 मिलियन डॉलर) हो गया, जो पांच महीने का उच्चतम स्तर है।
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