चंडीगढ़ 29 अप्रैल। पंजाब में 31 मई तक नशे को खत्म करने के लिए पुलिस एक्शन मोड में है। डेडलाइन तय करने के बाद आज (29 अप्रैल को) डीजीपी गौरव यादव ने सभी जिलों के एसएसपी और सीपी की मीटिंग बुलाई। मीटिंग के बाद डीजीपी ने कहा कि हमने सीनियर अधिकारियों से लेकर एसएचओ व डीएसपी स्तर के अफसरों की भी जिम्मेदारी तय की है। जिला स्तर पर प्लानिंग तैयार की गई है। 31 मई के बाद सारी मुहिम का रिव्यू किया जाएगा। इस दौरान जिन पुलिस मुलाजिमों का काम अच्छा रहेगा, उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जबकि अन्य पर एक्शन किया जाएगा। इसके साथ ही जेलों पर भी नजर रहेगा।
755 हॉट स्पॉट पर रहेगी नजर
डीजीपी ने बताया कि हम पंजाब में मुख्य रूप से बॉर्डर पार से ड्रोन के जरिए नशा तस्करी होती है। हमारी युद्ध नशों के विरुद्ध मुहिम को काफी हद तक सफलता मिली है। हमने सप्लाई चेन तोड़ने की कोशिश की है। वहीं, आरोपियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लोगों की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया कि 755 हॉट स्पॉट पर फोकस किया जाएगा।
दिल्ली चुनाव के बाद सरकार ने शुरू की मुहिम
सरकार नशा खत्म कर लोगों को विश्वास जीतकर 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की जंग के लिए खुद को मजबूत करने में लगी है। क्योंकि नशा खत्म करने के वायदे के साथ ही पार्टी 2022 में सत्ता में आई थी। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी कुछ खास इस दिशा में काम नहीं हुआ था। दिल्ली चुनाव में मिली हार के बाद सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। साथ ही एक पूरे स्ट्रेटेजी के साथ ही यह मुहिम शुरू की है। इसके लिए पांच मंत्रियों की हाईपावर कमेटी बनाई है।