चंडीगढ़/अमृतसर, 17 सितंबर:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के बीच सीमा पार नार्को-आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने मोगा स्थित जगप्रीत सिंह उर्फ जग्गा द्वारा संचालित किए जा रहे नशा तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बुधवार को यहां बताया कि इस गिरोह के प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 7.1 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश (यूपी) के संभल जिले के अटवा गाँव निवासी यासीन मोहम्मद (22) के रूप में हुई है, जो वर्तमान में मोहाली के लालरू गाँव में रह रहा है। आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है और उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, चोरी और स्नैचिंग से संबंधित कई मामले दर्ज हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी जगप्रीत सिंह उर्फ जग्गा पाकिस्तान स्थित तस्करों के संपर्क में था और वह गिरफ्तार आरोपी यासीन मोहम्मद के साथ मिलकर नेटवर्क चला रहा था।
डीजीपी ने कहा कि नेटवर्क के आगे और पीछे के संबंधों सहित पूरे गठजोड़ का पता लगाने के लिए वर्तमान में गहन जांच चल रही है।
ऑपरेशन की जानकारी साझा करते हुए, अमृतसर के पुलिस आयुक्त (सीपी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस टीमों को एक विश्वसनीय सूचना मिली थी कि आरोपी जगप्रीत के निर्देश पर, उसके सहयोगी ने अजनाला सेक्टर के निर्धारित इलाके से हेरोइन की खेप उठाई है—जिसे पाकिस्तान स्थित तस्करों ने ड्रोन के ज़रिए गिराया था। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक खुफिया जानकारी के आधार पर एक अभियान चलाया और संदिग्ध यासीन मोहम्मद को छेहरटा के वडाली से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह हेरोइन की खेप लेकर लौट रहा था।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी यासीन, मादक पदार्थ बरामद करने के बाद, उसे जगप्रीत को पहुँचाता था, जो आगे चलकर उसे पंजाब के मालवा क्षेत्र में अपने संपर्कों तक पहुँचाता था। उन्होंने बताया कि वे दोनों लुधियाना जेल में बंद थे।
उन्होंने कहा कि आगे की जाँच जारी है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ और बरामदगी होने की संभावना है।
इस संबंध में अमृतसर कमिश्नरेट के पुलिस स्टेशन छेहरटा में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21सी और 25 के तहत एफआईआर संख्या 186 दिनांक 15.09.2025 को मामला दर्ज किया गया है।